पाली

कौन थे ओम सिंह राठौड़, कैसे साधारण युवक बना आस्था का प्रतीक, क्या है बाइक का किस्सा ? डिप्टी सीएम और विधायक भाटी ने किया याद

OM Banna Real Story: पाली-जोधपुर हाईवे पर स्थित चोटिला गाँव में ओम बन्ना का मंदिर, पूरी दुनिया में अपने तरह का इकलौता मामला है, जहाँ एक मोटरसाइकिल की पूजा होती है और लाखों लोग श्रद्धा से सिर झुकाते हैं।

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Nov 12, 2025
OM Banna Or Bullet Bike Pic

Om Banna News: आज पुण्यतिथी के अवसर पर राजस्थान की डिप्टी सीएम दिया कुमारी और विधायक रविन्द्र सिंह भाटी सहित कई नेताओं एवं लोगों ने ओम बन्ना को याद किया है, जिनकी कहानी किसी चमत्कार से कम नहीं है। पाली-जोधपुर हाईवे पर स्थित चोटिला गाँव में ओम बन्ना का मंदिर, पूरी दुनिया में अपने तरह का इकलौता मामला है, जहाँ एक मोटरसाइकिल की पूजा होती है और लाखों लोग श्रद्धा से सिर झुकाते हैं। आज उनकी पुण्यतिथी पर कई आयोजन किए जा रहे हैं, जिनमें ब्लड डोनेशन कैंप भी शामिल हैं।

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कौन थे ओम बन्ना, कैसे बन गए आस्था के प्रतीक

ओम सिंह राठौड़… जिन्हें प्यार से ओम बन्ना, कहा जाता था… पाली के रहने वाले एक साधारण राजपूत युवक थे। यह कहानी शुरू होती है 1988 में जब ओम बन्ना अपनी बुलेट मोटरसाइकिल से यात्रा कर रहे थे और पाली शहर के पास चोटिला गाँव के नज़दीक एक दुखद दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी।

बाइक पूजा का अनोखा किस्सा

दुर्घटना के बाद पुलिस ने ओम बन्ना की बुलेट बाइक को थाने ले जाकर ज़ब्त कर लिया। लेकिन इसके बाद जो हुआ, उसे स्थानीय लोग आज भी दैवीय चमत्कार मानते हैं। बार.बार पुलिस स्टेशन से वह बाइक रहस्यमय तरीके से गायब हो जाती और हमेशा वापस उसी दुर्घटनास्थल पर पाई जाती थी।

कहा जाता है कि पुलिस ने इस घटना से परेशान होकर बाइक को मोटी चेन और तालों से भी बांधकर रखने की कोशिश की, लेकिन हर बार बाइक थाने से गायब होकर ओम बन्ना के दुर्घटना स्थल पर खड़ी मिलती थी।

बुलेट बाबा के नाम से जाना जाता

लगातार हो रहे इन चमत्कारों से लोगों की आस्था जागृत हुई और पुलिस ने अंततः उस बुलेट बाइक को उसी स्थान पर स्थापित कर दिया। यहीं पर ओम बन्ना का मंदिर बना, जिसे आज बुलेट बाबा के नाम से जाना जाता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि ओम बन्ना अपनी बुलेट बाइक के साथ, अब इस हाईवे पर यात्रा करने वाले लोगों की बुरी शक्तियों और दुर्घटनाओं से रक्षा करते हैं। मंदिर बनने के बाद से इस स्थान पर सड़क दुर्घटनाओं में कमी आने का दावा भी किया जाता है।

दूर.दराज से लोग दर्शन के लिए आते हैं और उनकी आरती, भजन आज राजस्थान के एक बड़े वर्ग में श्रद्धा के साथ गाए जाते हैं। यह मंदिर न केवल एक युवक की कहानी कहता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि कैसे एक साधारण घटना आस्था और चमत्कार का प्रतीक बन सकती है।

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Published on:
12 Nov 2025 12:55 pm
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