सर्किट हाउस व कलक्ट्रेट में पेयजल आपूर्ति सुधारने की दी सख्त हिदायत
आप रहते यहीं हो..., मकान यहीं है... काम कर लो...पाली की जनता पीटेगी, बुढ़ापा यहीं गुजरना है...पाली वालों के बीच..., मुझे कुछ नहीं सुनना है..., मैं एक महिने बाद आऊंगा...उस समय तक सभी काम पूरे हो जाने चाहिए..., सभी समस्याओं का समाधान होना चाहिए...। सख्त लहजे में यह बातें जलदाय विभाग मंत्री कन्हैयालाल ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों से कही। उन्होंने पहले सर्किट हाउस व उसके बाद कलक्ट्रेट में अधिकारियों से कहा कि जब जवाई बांध में पूरा पानी है..., आप 55 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पानी ले रहे हैं...तो पानी की किल्लत क्यों आ रही है?
उन्होंने कहा आपको रोहट व जैतपुर के लिए 10 एमएलडी पानी जरूरत है। अभी 8.5 एमएलडी पानी आ रहा है। जवाई में पूरा पानी है तो ढाई एमएलडी पानी कम क्यों ले रहे है? पाली के लिए 48 से 50 एमएलडी पानी चाहिए...इतना पानी जब आपको मिल रहा है तो समस्या क्या है? पाली में एलएण्टी कम्पनी ढंग से काम नहीं कर रही है तो उसका पेंमेंट रोक दीजिए। कार्मिक काम नहीं कर रहे हैं तो सुधार कौन करवाएगा? आप समझ लें पेयजल की समस्या समाप्त हो जानी चाहिए।
कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में एसई के बजाय दूसरे अधिकारी के जवाब देने पर मंत्री ने कहा एसई साहब आपके पास जवाब नहीं है क्या? एक्सइएन साहब आपकी क्या जिम्मेदारी है, आपसे नहीं सम्भलता है तो बताइए। कर्मचारियों के काम नहीं करने के सवाल पर मंत्री ने कहा उनको ठीक कौन करेगा। यदि अधिकारी सही काम कर रहे हैं तो खराब कौन कर रहा है?
बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील भंडारी ने कहा अधिकारियों की जवाबदेही तय होनी चाहिए। जिससे जनता को राहत मिल सके। एलएण्डटी कम्पनी पर विभाग का कोई नियंत्रण नहीं है। इस पर मंत्री ने जवाबदारी तय कर कार्य करने को कहा। विभाग अलर्ट मोड पर नहीं है।
पाली शहर के अंतिम छोर पर पानी नहीं पहुंच रहा है। इसे लेकर भाजपा जिला प्रवक्ता त्रिलोक चौधरी ने कहा कि जोन बड़े बनाए हुए हैं। आधे जोन में पानी जाते ही टंकी खाली हो जाती है। पानी सप्लाई का कोई समय नहीं है। महिने के महिने बिल तक नहीं दिया जा रहा है। जबकि इसका भुगतान किया जा रहा है।
केबिनेट मंत्री जोराराम कुमावत ने कहा कि पाली ग्रामीण के भांवरी गांव में पानी सप्लाई सही नहीं हो रही है। रोहट के कई गांव प्यासे हैं। उन्होंने इसके दोषी अधिकारी को सस्पेंड करने को कह दिया। उन्होंने कहा कि जवाई का पानी जोधपुर के गांवों को देने का प्रोजेक्ट क्यों बनाया? जब पाली में ही पानी नहीं है।