छपरा जिला के छपरा विधानसभा और मढ़ौरा विधानसभा सीट से इस बार दो भोजपुरी सितारे किस्मत आजमा रहे हैं, एक ओर जहां छपरा से खेसारी लाल यादव मैदान में हैं तो दूसरी ओर मढ़ौरा विधानसभा से आइटम गर्ल सीमा सिंह मैदान में हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में इस बार सियासी पिच पर एक नया ट्विस्ट देखने को मिल रहा है। अब तक अपने गानों, डांस और एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीतने वाले भोजपुरी सिनेमा के सितारे सीधे राजनीति के अखाड़े में उतर चुके हैं। एक तरफ छपरा विधानसभा सीट से सुपरस्टार खेसारी लाल यादव ने राजद (RJD) का दामन थामा है, वहीं दूसरी ओर भोजपुरी की ‘डांसिंग क्वीन’ और 'आइटम गर्ल' सीमा सिंह लोजपा (रामविलास) के टिकट पर छपरा जिला के मढ़ौरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। दोनों के नाम घोषित होते ही सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। क्या बिहार में अब नेताओं की कमी हो गई है, जो पार्टियां फ़िल्मी सितारों पर दांव लगा रही हैं?
गुरुवार को खेसारी लाल यादव ने औपचारिक रूप से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “अब जनता का आशीर्वाद लेने मैदान में उतर रहा हूं। छपरा मेरी कर्मभूमि है, अब यहां जनता की सेवा का समय है।” कई महीनों से चर्चा थी कि उनकी पत्नी चंदा देवी राजद के टिकट पर चुनाव लड़ेंगी, लेकिन खेसारी ने खुद इस सस्पेंस को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि राजनीति में बदलाव लाने आया हूं, मनोरंजन नहीं करने। हालांकि, सोशल मीडिया पर उनकी इस बात को लेकर लोग जमकर मज़े ले रहे हैं। किसी ने लिखा, “अब विधानसभा में भी ‘ठीक है’ गूंजेगा”, तो किसी ने कहा, “बिहार को अब मंत्री नहीं, हीरो चाहिए!”
भोजपुरी की मशहूर एक्ट्रेस सीमा सिंह, जो फिल्मों में अपने डांस नंबरों से दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर चुकी हैं, अब लोजपा (रामविलास) के टिकट पर मढ़ौरा विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली सीमा सिंह की शादी बिहार के शेखपुरा के सौरव सिंह से हुई है। वह लंबे समय से बिहार में समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण से जुड़ी गतिविधियों में सक्रिय रही हैं।
सीमा ने कहा, “लोग मुझे सिर्फ एक डांसर के रूप में जानते हैं, लेकिन मैं अब अपने क्षेत्र की बेटियों और महिलाओं के लिए काम करना चाहती हूं।”
जैसे ही दोनों के नाम सामने आए, एक्स, फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम पर मिम्स की बाढ़ आ गई और बहस भी शुरू हो गई। एक यूज़र ने लिखा, “अब विधानसभा में सवाल-जवाब नहीं, आइटम सॉन्ग होंगे।” दूसरे ने लिखा, “जनता भले किसी की भी समर्थक हो, लेकिन नाचने-गाने वालों को टिकट देना लोकतंत्र का मज़ाक है।” हालांकि, उनके समर्थकों का कहना है कि स्टार पावर राजनीति में भी काम करती है। खेसारी और सीमा जैसे चेहरों से युवाओं में नया उत्साह और ऊर्जा आएगी।