बिहार विधानसभा चुनाव: कांग्रेस के टिकट पर आरएसएस के कई प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। कांग्रेस नेता आदित्य पासवान ने इसका फोटो शेयर कर कांग्रेस प्रभारी से पूछा है किस वजह से पार्टी ने ऐसा किया?
बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में हंगामा शुरू हो गया है। पहले सीट शेयरिंग को लेकर बवाल हुआ और अब कांग्रेस के टिकट पर आरएसएस को प्रत्याशी बनाने पर बवाल मचा है। कांग्रेस नेता आदित्य पासवान ने पहले कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावारू से इसकी शिकायत किया और अब फोटो शेयर कर बताया कि किस सीट पर कौन किस दल का नेता चुनाव लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पिछले तीन माह से यहां पर सर्वे कर रही है। लेकिन, कांग्रेस नेताओं के क्षेत्र अपना कोई कांग्रेसी नहीं मिला। वे दूसरे दल के नेताओं को अपने टिकट पर आनन फानन में चुनाव मैदान में उकार दिया। इससे वर्षो से तैयारी कर रहे कांग्रेसी बागी हो गए और चुनाव मैदान में उतर गए
पीला कुर्ता में कांग्रेस प्रत्याशी इंद्रदीप चंद्रवंशी
कुम्हरार विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने इंद्रदीप चंद्रवंशी को अपना प्रत्याशी बनाया है। इंद्रदीप चंद्रवंशी पर कांग्रेस नेता आदित्या राज ने आरोप लगाया है कि वो आरएसएस से जुड़े हुए हैं। कांग्रेस इस सीट पर चुनाव जीत सकती थी। बीजेपी ने इस सीट से पांच बार विधायक चुने जाने वाले अरुण कुमार सिन्हा का टिकट काट कर संजय गुप्ता को टिकट दिया है। इसको लेकर इस क्षेत्र के कायस्थ समाज बीजेपी से नाराज है। कायस्थों ने जनसंर्पक अभियान के दौरान BJP के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा के सामने जमकर आक्रोश व्यक्त किया। आक्रोशित कायस्थों ने प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज के उम्मीदवार प्रोफेसर केसी सिन्हा के जिंदाबाद के नारे लगाए।
पटना साहिब से कांग्रेस प्रत्याशी शशांक शेखर ने राहुल गांधी पर कसा था तंज
कांग्रेस ने पटना साहिब विधानसभा सीट पर बीजेपी के खिलाफ एक ऐसा प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है जो कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लेकर तीखा टिप्पणी करते हुए लिखा कि आपको अपना दायित्व किसी और को दे देना चाहिए। आज जो भी नेरेटिव तय करते हैं उसका क्रेडिट लेते हैं लेकिन जब उसपर ब्लेम की बात होती है तो आप पीछे हट जाते हैं। इस लिए आपको अपना दायित्व किसी और को दे देना चाहिए। कांग्रेस नेता आदित्य पासवान कहते हैं पार्टी ने ऐसे व्यक्ति टिकट तब दिया जब पार्टी के पास कई बड़े चेहरे थे। उन्होंने कहा कि इस बार कांग्रेस के पास मौका भी था। क्योंकि यहां से भी पिछले कई बार के भाजपा विधायक नंदकिशोर यादव का टिकट काट दिया गया है। 2020 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के नंद किशोर यादव ने आरजेडी के संतोष मेहता को हराया था। उन्होंने कहा कि शशांक शेखर कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने से पहले तक प्रशांत किशोर के लिए काम किया करते थे। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी ने बुरे दिनों में पार्टी का झंडा उठाने वाले की जगह बाहरी को टिकट देकर कांग्रेसियों को अपमानित करने का काम किया है।
कांग्रेस प्रत्याशी अमित गिरी बीजेपी सांसद संजय जायसवाल के साथ
नौतन विधानसभा कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। लेकिन,1990 के बाद जब कांग्रेस कमजोर हुई तो नौतन विधानसभा पर कांग्रेस की पकड़ भी कमजोर पड़ती गई। 1990 के दशक के बाद नौतन में जनता दल (यूनाइटेड) का दबदबा बढ़ा। अब तक इस सीट पर जेडीयू चार बार जीत अपने नाम कर चुकी है। जदयू के टिकट पर बैद्यनाथ प्रसाद महतो ने 2000 से 2009 तक लगातार तीन बार इस सीट पर जीत अपने नाम किए थे। लेकिन, 2009 में लोकसभा चुनाव में उनके दिल्ली जाने के बाद हुए उपचुनाव में जदयू की हार हुई। उसके बाद जदयू यहां कमजोर पड़ गई। फिलहाल इस सीट पर बीजेपी के नारायण प्रसाद विधायक हैं, जो कि पर्यटन मंत्री भी रह चुके हैं। 2009 में हुए उपचुनाव में नारायण प्रसाद को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन उसके बाद नारायण प्रसाद ने 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में जीत अपने नाम किया है। इस बार इस सीट पर बीजेपी के नारायण प्रसाद के सामने कांग्रेस के टिकट पर अमित गिरी है। अमित गिरी को बीजेपी सांसद संजय जायसवाल का खाम माना जाता है। आरएसएस से भी अमित गिरी का रिश्ता रहा है। इसको लेकर पार्टी के अंदर विरोध हो रहा है।