पटना

पटना में बुलडोजर चला तो फूट-फूटकर रो पड़े दुकानदार, कहा- हमारा कसूर क्या है… हम BJP को इसीलिए जिताए थे?

Bihar Bulldozer Action: पटना में चल रहे अतिक्रमण विरोधी अभियान के तहत कार्रवाई हुई तोकई दुकानदार फूट‑फूटकर रो पड़े। दुकानदारों ने सरकार पर रोज़गार छीनने का आरोप लगाया, जबकि प्रशासन का दावा है कि शहर को अतिक्रमण से मुक्त करना ज़रूरी है।

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Dec 11, 2025
फाइल फोटो-पत्रिका

Bihar Bulldozer Action: पटना में 20 दिनों से अतिक्रमण हटाने का अभियान ताबड़तोड़ तरीके से जारी है। जिला प्रशासन की ओर से इस बार पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र की सब्ज़ी मंडी और अगमकुआं थाना क्षेत्र के मीत बाज़ार-मछली मार्केट में एक साथ कार्रवाई की गई। कई जगह दुकानदारों ने खुद सामान समेटने की कोशिश की, लेकिन टीम ने मौके पर ही बुलडोज़र चलाकर अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। इसके बाद इलाके में हंगामा, विरोध और रोने-धोने जैसा माहौल देखने को मिला।

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सब्ज़ी मंडी और मीत बाज़ार में एक साथ कार्रवाई

नगर निगम और प्रशासन की संयुक्त टीम पटना सिटी सब्ज़ी मंडी पहुंची और सड़क किनारे लगी रेहड़ियों, ठेलों और खुले में लगी दुकानों को हटाने लगी। टीम का कहना था कि दुकानदारों को पहले ही चेतावनी दी गई थी, लेकिन कई लोगों ने निर्देश का पालन नहीं किया। इसके बाद कार्रवाई अगमकुआं के मीत बाज़ार और मछली मार्केट में शुरू हुई। यहां कई दुकानदारों को देखते ही देखते अपनी दुकानें गिरती नजर आईं। भारी पुलिस बल और बुलडोज़र की मौजूदगी से पूरे इलाके में अफरा-तफरी फैल गई।

हम BJP को इसीलिए बिहार में जिताए थे?

मछली बाज़ार में कार्रवाई के दौरान एक महिला और एक पुरुष दुकानदार फूट-फूटकर रोने लगे। दोनों ने आरोप लगाया कि सरकार उनके रोज़गार को बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के खत्म कर रही है। रोते हुए एक दुकानदार ने गुस्से में कहा, "इसलिए हम BJP को बिहार में जिताए थे? हमें ही कुचल दीजिए बुलडोज़र से। अब जहर खाकर मर जाएं क्या? बच्चों को खिलाएं क्या?" दुकानदारों का कहना है कि वर्षों से यही उनका एकमात्र रोजगार है। अचानक दुकान तोड़ देने से उनके सामने रोज़ी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

पहले जगह दो, फिर दुकान तोड़ो - महिला दुकानदार

एक महिला दुकानदार रोते हुए बोलीं, "सरकार पहले हमें दुकान लगाने की सुरक्षित जगह दे। उसके बाद तुड़वाए। हमारे बच्चों का पेट कैसे भरेगा? और कोई रोजगार नहीं है हमारे पास।" उन्होंने कहा कि अगर गरीबों को ऐसे ही हटाया जाएगा, तो मजबूरी में लोग गलत रास्तों पर चले जाएंगे।

प्रशासन का दावा- शहर को अतिक्रमण से मुक्त करना जरूरी

पटना नगर निगम के राजस्व पदाधिकारी रवि भूषण प्रसाद ने कहा कि शहर को व्यवस्थित करने के लिए अतिक्रमण हटाना जरूरी था। उन्होंने बताया कि शहर में अभियान शांतिपूर्वक चलाया जा रहा है। 31 दिसंबर तक कार्रवाई लगातार जारी रहेगी। वहीं, अंचलाधिकारी चंदन कुमार ने बताया कि दुकानों ने सड़क पर स्थायी कब्जा कर रखा था। उन्हें हटाने के लिए दो दिन पहले नोटिस भी दिया गया था, लेकिन कई दुकानदारों ने जगह खाली नहीं की।

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Published on:
11 Dec 2025 10:47 am
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