Bihar EOU Raid: बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बैंक अधिकारी भवेश कुमार सिंह के छह ठिकानों पर छापेमारी कर राइस मिल से 40 लाख कैश, अलमारी से महंगी घड़ियां-ज्वेलरी और जमीन के पेपर बरामद किए। आरोप है कि उन्होंने अपनी वैध आय से 60% से ज्यादा अवैध संपत्ति बना ली थी।
Bihar EOU Raid: बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने शुक्रवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पाटलिपुत्रा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के विकास पदाधिकारी भवेश कुमार सिंह के छह ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। आय से अधिक संपत्ति के मामले में शुरुआती जांच के बाद कार्रवाई शुरू की गई, जिसमें चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार, भवेश कुमार सिंह ने अपनी वैध आय से 60.68% अधिक संपत्ति अवैध तरीकों से अर्जित की है। EOU की टीम को छापेमारी के दौरान कैश, ज्वेलरी, महंगी घड़ियां और जमीन से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिले हैं।
EOU की टीम शुक्रवार सुबह ठीक 9 बजे पटना और गोपालगंज में अलग-अलग ठिकानों पर पहुंची। टीम जैसे ही पटना स्थित पुष्पक रेसिडेंसी अपार्टमेंट पहुंची, नौकर ने दरवाजा खोला। अंदर प्रवेश करते ही टीम ने मेन गेट लॉक किया और भवेश को एक कमरे में बैठाकर पूछताछ शुरू की। छापेमारी के शुरुआती चरण में ही टीम को बेड के अंदर रखे बैगों से कैश मिला। अलमारी की तलाशी में महंगी घड़ियां, सोने के गहने और जमीन से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए।
EOU ने जिन जगहों पर छापा मारा, उनमें चार पटना के ठिकाने और दो गोपालगंज के शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर एक साथ कार्रवाई की गई, ताकि संपत्ति या दस्तावेज कहीं और खिसकाए न जा सकें।
पटना में पूछताछ के दौरान भवेश ने अपनी राइस मील का जिक्र किया। टीम तुरंत बिहटा स्थित राइस मील पहुंची, जहां छानबीन के दौरान 40 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। टीम ने नोटों की गिनती और दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी है।
गोपालगंज जिले में भवेश के पेट्रोल पंप पर भी EOU ने छापेमारी की। यहां तीन गाड़ियों से पहुंची टीम ने लेन-देन के रिकॉर्ड, रजिस्टर और दस्तावेजों की जांच की। भावेश के भाई ने दावा किया कि टीम को पंप से कुछ नहीं मिला, लेकिन EOU आधिकारिक बयान छापेमारी पूरी होने के बाद ही देगी।
एसपी वर्मा रोड स्थित बैंक कार्यालय, जहां भवेश 2014 से कार्यरत थे, वहां भी तीन घंटे तक तलाशी चली। फाइलें, कंप्यूटर सिस्टम और वित्तीय लेनदेन की जानकारी खंगाली गई। इससे पहले भवेश नौबतपुर शाखा में भी काम कर चुके हैं, इसलिए बैंक से जुड़े कई दस्तावेजों की जांच लंबित है।
EOU के अनुसार, भवेश कुमार सिंह पर जो संपत्तियां सामने आई हैं, उनमें पटना में दो आवासीय ठिकाने, एक पेट्रोल पंप, राइस मिल, जमीन के दस्तावेज, कैश और महंगी ज्वेलरी शामिल है। अधिकारियों का मानना है कि यह संपत्ति उनके वैध आय स्रोतों से मेल नहीं खाती और उन्होंने अवैध तरीकों से संपत्ति अर्जित की है।
EOU का कहना है कि यह कार्रवाई अभी प्रारंभिक स्तर पर है। बरामद दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच की जाएगी। छापेमारी पूरी होने के बाद विस्तृत रिपोर्ट जारी की जाएगी। फिलहाल आर्थिक अपराध थाना कांड संख्या 43/2025 में आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू हो चुकी है।