Bihar Politics: JDU प्रवक्ता नीरज कुमार ने यह सवाल उठाया है कि जब राबड़ी देवी के पास कौटिल्य नगर और महुआ बाग जैसी जगहों पर इतनी संपत्ति है तो वो सरकारी बंगले का मोह क्यों नहीं छोड़ रहे। वो 10 सर्कुलर रोड स्थित आवास क्यों नहीं खाली कर रहे हैं।
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास एक बार फिर सियासी संग्राम का केंद्र बन गया है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और लालू परिवार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि जब निजी संपत्तियों की कोई कमी नहीं है, तो फिर सरकारी बंगले पर कब्जा क्यों जमा रखा है। जदयू का कहना है कि यह मामला राजनीति का नहीं, बल्कि कानून, नियम और सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग का है।
JDU के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने सोशल मीडिया के ज़रिए लालू परिवार पर सवालों की बौछार कर दी। उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी को बिहार विधान परिषद में विपक्ष की नेता के तौर पर 39 हार्डिंग रोड पर स्थित घर अलॉट किया गया है। इसके बावजूद, 10 सर्कुलर रोड वाला बंगला खाली न करना न सिर्फ नियमों की अनदेखी है, बल्कि सरकारी संसाधनों का खुला दुरुपयोग भी है।
नीरज कुमार ने साफ तौर पर कहा कि सरकारी बंगला खाली करना कोई राजनीतिक मामला नहीं है, बल्कि कानूनी जरूरत है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लालू परिवार के पास प्रॉपर्टी की कोई कमी नहीं है। अगर लालू जी चाहें तो कौटिल्य नगर में रहें, महुआ बाग में रहें, पटना में उनके पास इतने सारे घर हैं, जहां चाहें वहां रहें। लेकिन, भवन निर्माण विभाग के नियमों का पालन करें और सरकारी बंगला खाली करें।
नीरज कुमार ने कहा कि यह समझ से बाहर है कि सरकारी घर खाली करने की प्रक्रिया पर भी राजनीति क्यों की जा रही है। घर खाली करना नियमों के मुताबिक है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि सामान शिफ्ट करते समय घर में सरकारी संपत्ति को कोई नुकसान न हो। कोई भी नुकसान राजनीतिक रूप से अनैतिक काम माना जाएगा।
गुरुवार (25 दिसंबर) की देर रात राबड़ी आवास से फूलों के गमले, गार्डन से जुड़ा सामान और अन्य सामग्री निकाले जाने की तस्वीरें और वीडियो सामने आए थे। इसके बाद यह चर्चा तेज हो गई कि क्या 20 साल बाद राबड़ी आवास खाली करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि 4 से 5 छोटी गाड़ियां बंगले में आईं और सामान को गोला रोड स्थित गौशाला में शिफ्ट किया गया।
हालांकि, इस पूरे घटनाक्रम पर RJD की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन जदयू ने इसे नोटिस का असर बताते हुए कहा कि आखिरकार नियमों के आगे झुकना ही पड़ेगा।
गौरतलब है कि बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने करीब एक महीने पहले राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड का बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया था। सरकार का स्पष्ट कहना है कि यह आवास अब उनके लिए अधिकृत नहीं है। इसके बावजूद नोटिस की अवधि पूरी होने के बाद भी बंगला खाली न होने पर जदयू ने सवाल उठाए हैं।