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आधी रात राबड़ी आवास में हलचल! सामान भरकर निकलीं 4-5 गाड़ियां, क्या खाली होने लगा 10 सर्कुलर रोड बंगला?

Bihar Politics: आधी रात को 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के घर से कई गाड़ियां निकलती देखी गईं। इन गाड़ियों में घर और गार्डन का समान लदा हुआ था। सामान को गोला रोड स्थित गौशाला में शिफ्ट किया गया है। एक महीने पहले आवास खाली करने का नोटिस मिला था। 

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पटना

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Anand Shekhar

Dec 26, 2025

bihar politics

राबड़ी आवास में जाती गाड़ी (फोटो- पत्रिका)

Bihar Politics: पटना के 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास से 25 दिसंबर की रात 4 से 5 छोटी गाड़ियां निकलती देखी गईं। इन गाड़ियों में घर और गार्डन से जुड़ा सामान लदा हुआ था। यह शिफ्टिंग पूरी तरह रात के अंधेरे में की गई। बताया जा रहा है कि फिलहाल सामान को अस्थायी तौर पर गोला रोड में रखा गया है और बाद में इसे महुआ बाग और आर्य समाज रोड स्थित निजी आवासों में भेजा जा सकता है। हालांकि राष्ट्रीय जनता दल की ओर से इस शिफ्टिंग को लेकर अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

नोटिस के एक महीने बाद दिखी हलचल

बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने 25 नवंबर को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड स्थित सरकारी आवास खाली करने का नोटिस दिया था। इसके साथ ही, विधान परिषद में विपक्ष के नेता के लिए विकल्प के तौर पर हार्डिंग रोड पर आवास नंबर 39 अलॉट किया गया था। उस समय, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने साफ कहा था कि बंगला खाली नहीं किया जाएगा। हालांकि, अब नोटिस जारी होने के लगभग एक महीने बाद आधी रात को सामान शिफ्ट किए जाने की खबरों ने पूरी स्थिति बदल दी है।

लालू और तेजस्वी पटना में नहीं, राबड़ी देवी अकेली

खास बात यह है कि जब सामान शिफ्ट किया जा रहा था, तब RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव दोनों में से कोई भी राबड़ी देवी के घर पर मौजूद नहीं था। दोनों पटना से बाहर हैं। लालू प्रसाद यादव दिल्ली में हैं और तेजस्वी यादव विदेश यात्रा पर हैं। घर पर सिर्फ राबड़ी देवी ही हैं।

20 सालों तक RJD की राजनीति का केंद्र

10 सर्कुलर रोड पर यह बंगला बिहार की राजनीति का एक बड़ा प्रतीक रहा है। राबड़ी देवी को यह सरकारी आवास 2005 में अलॉट किया गया था, और लगभग दो दशकों तक यह लालू परिवार और RJD की राजनीतिक गतिविधियों का केंद्र रहा है। यहां कई बड़े राजनीतिक फैसले लिए गए और यहीं से कई आंदोलन और रणनीतियां बनाई गईं। अब, अगर यह आवास खाली होता है, तो इसे बिहार की राजनीति में एक बड़े अध्याय का अंत माना जा रहा है।

भाजपा ने उठाया था सवाल

गुरुवार को बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने लालू परिवार पर सवाल उठाते हुए पूछा कि नोटिस मिलने के एक महीने बाद भी उन्होंने सरकारी आवास खाली क्यों नहीं किया है। नीरज कुमार ने एक्स पर लिखा था, "राबड़ी देवी को सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिले एक महीना हो गया, फिर भी वे क्यों नहीं मान रही हैं? क्या लालू परिवार खुद को कानून से ऊपर समझता है ? क्या जनता की संपत्ति पर कब्जा जमाए रखना चाहता है लालू परिवार ? जब बिहार की NDA सरकार ने वैकल्पिक आवास भी दे दिया, तो राबड़ी देवी की जिद क्या दर्शाती है ? क्या जनता के पैसे पर ,जनता के टैक्स के पैसे पर ऐश करने की आदत डाल चुका है लालू परिवार?"