Bihar VidhanSabha Chunav 2025 विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर बिहार में दंगल शुरू हो चुका है। विपक्ष बिहार विधानसभा चुनाव में इसे मुद्दा बनाने में लगा है। वहीं एनडीए इस मुद्दे को घुसपैठिए से जोड़कर महागठबंधन पर पलटवार करने की तैयारी में है।
Bihar VidhanSabha Chunav 2025 विधानसभा चुनाव में एसआईआर पर महागठबंधन और एनडीए के बीच दंगल को लेकर मैदान तैयार हो चुका है। दोनों ओर से इसको लेकर पूरी तैयारी है। महागठबंधन वोटो के चोरी का मुद्दा बनाने में लगा है, वहीं एनडीए घुसपैठिए को मुद्दा बनाने में जुटा है। राजनीतिक पंडितों का कहना है कि चुनाव से पहले राजनीतिक दलों ने अपना एजेंडा तय कर लिया है। बिहार विधानसभा चुनाव में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) पर ही दंगल होगा। राहुल गांधी की 17 अगस्त से बिहार दौरा और पीएम मोदी के संकेत से यह साफ हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिला से अपने भाषण में घुसपैठिए की चर्चा करते हुए कहा कि घुसपैठिए हमारे देश के युवाओं की आजीविका छीन रहे हैं। बहनों और बेटियों को निशाना बना रहे हैं। आदिवासियों को गुमराह कर उनकी जमीनें हड़प रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अपने भाषण में इसकी चर्चा कर विपक्ष की ओर से बिहार में 17 अगस्त से शुरू होने वाली वोट अधिकार यात्रा पर एक प्रहार किया है। इसपर तेजस्वी यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि “मैं चुनौती देता हूं कि एक नाम भी घुसपैठिया बताएं जिसका एसआईआर में सामने आया हो या डिलीट हुआ हो।”
इससे साफ है कि बिहार में इस दफा विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) एक बड़ा मुद्दा बन गया। विपक्ष वोट चोरी को अब मुद्दा बन चुका है। इसे और धार देने के लिए राहुल गांधी रविवार (17 अगस्त) से बिहार में वोट अधिकार यात्रा करेंगे। राहुल गांधी के साथ पूरा विपक्ष भी होगा। राहुल गांधी अपने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर इसकी जानकारी देते हुए आम लोगों से इसमें शामिल होने या वोट चोरी से जुड़ी सूचना शेयर करने की लोगों से अपील भी किया था। इससे साफ विपक्ष इस दफा इस मुद्दे पर चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा करने का प्रयास कर रहा है। इसको लेकर दिल्ली में राहुल गांधी तो पटना में तेजस्वी यादव ने मोर्चा खोल रखा है। तेजस्वी यादव दो वोटर कार्ड पर बिहार में बीजेपी के सीनियर नेताओं का पोल खोलने में लगे हैं।
कांग्रेस वोट चोरी के खिलाफ सोशल साइट फेसबुक, ट्वीटर, इस्टाग्राम पर कैंपेन चला रही है। कांग्रेस अपने इस कैंपेन में वोट चोरी का आरोप न केवल चुनाव आयोग पर लगा रही है। बल्कि भाजपा और मोदी सरकार पर भी निशाना साधाने का काम कर रही है। इस बीच, 17 अगस्त से राहुल गांधी बिहार का दौरा पर आ रहे हैं। राहुल गांधी बिहार में 16 दिनों तक रहेंगे और मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान करीब 1300 किलोमीटर की यात्रा करेंगे। इस यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव, वामपंथी पार्टियों के नेता और इंडिया गठबंधन के अन्य घटक दल के नेता शामिल होंगे। कांग्रेस इस मतदाताधिकार यात्रा को लोकतंत्र और संवैधानिक हक को बचाने की लड़ाई बता रही है।
कांग्रेस और आरजेडी के वोट चोरी के आरोप पर भाजपा अब आक्रमक होने का फैसला लिया है। पीएम मोदी और अमित शाह ने इसके संकेत दे दिए हैं। सीतामढ़ी में मां जानकी के मंदिर के पुरुद्धार कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला कर इसके संकेत दिए थे। उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया था कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के SIR का विरोध करके बांग्लादेशी घुसपैठियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा था कि जो लोग भारत में पैदा नहीं हुए हैं, उन्हें वोट देने का कोई संवैधानिक अधिकार नहीं है।
इसके बाद शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लालकिला से अपने भाषण के दौरान घुसपैठिए का जिक्र किया। इससे साफ है कि बीजेपी इस मुद्दे पर विपक्ष पर पलटवार करने की अपनी पूरी रणनीति बना ली है। भाजपा ने विपक्षी नेताओं द्वारा जीती गई सीटों के रिकॉर्ड खंगाल रही है। ताकि उनपर भी इसी तरह के आरोप लगाया जा सके। अपने इस रणनीति के तहत बीजेपी चुनाव आयोग का बचाव करते हुए एक व्यापक जवाबी हमला कर सके। कांग्रेस और उसके सहयोगियों को उस “वोट चोरी” रैकेट का दोषी बताया जा सके।