Chandan Mishra Murder Case चंदन मिश्रा की हत्या में संलिप्त शूटर उससे मिलने उसके गांव भी गए थे। 3 जुलाई को चंदन अपने पिता के इलाज को लेकर पेरोल पर बाहर आया था। 18 जुलाई की शाम तक उसे बेऊर जेल वापस जाना था।
Chandan Mishra Murder Case गैंगस्टर चंदन मिश्रा की गुरुवार को पटना के एक अस्पताल में हत्या कर दी गई थी। चंदन अपने पिता का इलाज के लिए पैरोल पर 03 जुलाई को जेल से बाहर आया था। शुक्रवार को उसे फिर से जेल जाना था। लेकिन, इससे पहले ही उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के 48 घंटे से ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद भी पटना पुलिस किसी शूटर को गिरफ्तार नहीं कर पायी है। हालांकि पटना के एसएसपी का दावा है कि सभी शूटरों की पहचान कर ली गई है। एसएसपी के अनुसार पटना पुलिस को हत्या के कारणों का पता चल गया है। पुलिस अब इसके आधार पर अपनी कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में पटना पुलिस ने एक युवक को बंगाल से हिरासत में लिया है। पटना पुलिस को शंका है कि इसने ही लाइनर का काम किया था।
पुलिस का कहना है कि जो इनपुट अभी तक पटना पुलिस के मिली है उसके अनुसार हत्या का मास्टरमाइंड ओंकारनाथ उर्फ शेरू सिंह है। शेरू और चंदन दोस्त थे, लेकिन बाद में दोनों दुश्मन बन गए। इसके बाद दोनों ने अपना अलग गैंग बना लिया। पुलिस के अनुसार हाल के दिनों में शेरू गैंग के कई शूटरों की हत्या हो रही थी। इससे शेरू को शक था कि चंदन ही उसके शूटरों को मरवा रहा है। इससे परेशान होकर ही उसने चंदन की हत्या का प्लान तैयार किया।
पुलिस के अनुसार तौसीफ को चंदन की हत्या के बदले 10 लाख रूपये की सुपारी दी गई थी। कहा जा रहा है कि शेरू और शूटर तौसीफ की पहली मुलाकात बेऊर जेल में हुई थी। दोनों की जेल में ही जान पहचान हुई थी। कुछ माह पहले तौसीफ जेल से छूटा था। इधर, शेरू को पुरुलिया जेल भेज दिया गया था। पुरुलिया जेल से ही शेरू सिंह ने तौसीफ से संपर्क किया और फिर उसे चंदन की हत्या की सुपारी 10 लाख में दी थी।
पटना SSP कार्तिकेय के. शर्मा का कहना है कि पटना पुलिस पुरुलिया जेल में शेरू से पुछताछ के लिए जायेगी। जरुरत पड़ा तो पटना पुलिस उसे रिमांड पर भी लेगी। पटना पुलिस चंदन की हत्या में शामिल दो अन्य शूटरों की भी पहचान कर ली है। इनकी पहचान मोनू सिंह और बलवंत सिंह के रूप में हुई है। ये दोनों बक्सर के रहने वाले हैं। बक्सर, चंदन का गृह जिला है। SSP ने कहा, 'बाकी दो शूटर भी बक्सर के ही हैं। लेकिन, उनके नाम अभी नहीं बताए जा सकते। इससे जांच प्रभावित हो सकती है। एसएसपी के अनुसार ऐसा लगता है कि शेरू ने पूरी साजिश पुरुलिया जेल से रची थी।'