डॉ. नुसरत शनिवार शाम 6 बजे तक जॉइन नहीं किया। अब ज्वाइनिंग पर फैसला स्वास्थ्य विभाग लेगा। PHC पटना सदर, सबलपुर में तैनात डॉ. विजय ने कहा, "सुबह से 5-6 लोगों की जॉइनिंग हो चुकी, नुसरत नहीं पहुंचीं।"
Hijab Controversy: हिजाब प्रकरण को लेकर चर्चा में आई डॉ.नुसरत परवीन ने शनिवार की शाम तक ज्वाइन नहीं किया है। ज्वाइन करने की आज अन्तिम तिथि है। वे आज किसी वजह से ज्वाइन नहीं करती हैं तो अब इस मामले पर स्वास्थ्य विभाग फैसला लेगा। उधर, झारखंड सरकार ने उन्हें सरकारी नौकरी, मनचाही पोस्टिंग, 3 लाख सैलरी और सरकारी आवास का ऑफर दिया है। इससे जुड़े सवाल पर बिहार के राज्यपाल ने कहा, "विवाद नहीं है, नीतीश कुमार पिता जैसे हैं। इसे विवाद कहने पर दुख हुआ।"
डॉ. नुसरत परवीन शनिवार को PHC पटना सदर, सबलपुर जॉइन करने नहीं पहुंचीं। सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने कहा, "वे शाम 6 बजे तक आएंगी तो जॉइनिंग लेंगे, पत्र देंगे। नहीं आईं तो अगले दिन जॉइनिंग नहीं हो सकती, स्वास्थ्य विभाग फैसला लेगा।"
पटना सदर के सबलपुर पीएचसी के डॉ. विजय कुमार ने बताया, "शनिवार को 5-6 डॉक्टरों ने जॉइन किया, लेकिन डॉ. नुसरत परवीन नहीं आईं। जिनका नियुक्ति पत्र था, वे जॉइन कर रहे हैं। डॉ. नुसरत के नाम भी था, पर वे नहीं आईं। क्यों नहीं आईं, कोई कुछ नहीं बोल रहा।"
बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा, "नुसरत परवीन का मामला विवाद नहीं है। नीतीश कुमार पिता जैसे हैं। इसे विवाद कहने पर दुख हुआ।" दरअसल, CM नीतीश कुमार ने एक कार्यक्रम में आयुष चिकित्सक नुसरत का हिजाब खींच दिया था। वीडियो वायरल होने के बाद कहा जा रहा है कि वे अपमानित महसूस कर रही हैं, इसलिए जॉइन नहीं करेंगी।
CM नीतीश कुमार ने पटना में 1283 आयुष डॉक्टरों को नियुक्ति पत्र दिया। नुसरत परवीन का नंबर आया तो नियुक्ति पत्र देते वक्त उन्होंने हिजाब हटाने की कोशिश की। इसके बाद विवाद बढ़ा, विपक्ष नीतीश कुमार को घेर रहा है
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा, "मैं पहले डॉक्टर हूं, फिर मंत्री। किसी डॉक्टर, बेटी या महिला के सम्मान से झारखंड में समझौता नहीं होगा।" उन्होंने कहा, "एक डॉक्टर के साथ घटना ने सभी मेडिकल कर्मियों को आहत किया।" डॉ. नुसरत को झारखंड स्वास्थ्य सेवा में शामिल होने का ऑफर देते हुए कहा, "झारखंड में सुरक्षा और सम्मान का पूरा ख्याल रखा जाएगा।"