पटना की बेऊर जेल में बंद वांछित अपराधियों की सूची तैयार कर ली गई है और उन्हें जेल से स्थानांतरित करने की कोशिशें जारी हैं। दरअसल, आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पटना जिले के 15 कुख्यात अपराधियों को जेल स्थानांतरित कर दिया गया है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से ठीक पहले पटना जिला प्रशासन ने बेऊर जेल में बड़ी कार्रवाई की है। बेऊर जेल में बंद 15 कुख्यात अपराधियों को भागलपुर जेल में स्थानांतरित कर दिया है। यह कदम जेल से चल रहे आपराधिक नेटवर्क पर नकेल कसने के मकसद से उठाया गया है। पटना एसएसपी ने बताया कि चुनाव के दौरान अपराधी किसी तरह जेल से बाहर की घटनाओं को प्रभावित न कर सकें, इसलिए इन पर निगरानी बढ़ा दी गई है। इसी कड़ी में गुरुवार की सुबह-सुबह बेऊर जेल में औचक छापेमारी की गई। इस दौरान जेल परिसर से 5 कीपैड मोबाइल फोन, कई सिम कार्ड, एयरपॉड और अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए।
एसएसपी ने कहा कि “यह कार्रवाई चुनाव तक जारी रहेगी ताकि किसी भी आपराधिक गतिविधि पर जेल के भीतर से नियंत्रण किया जा सके। जो भी अपराधी जेल से आपराधिक घटनाओं को संचालित कर रहे थे, उन्हें चिन्हित कर लगातार जेल ट्रांसफर किया जा रहा है।”
जिन अपराधियों को बेऊर जेल से अन्य जेलों में भेजा गया है, उनमें पटना जिले के कई कुख्यात नाम शामिल हैं।
इन सभी को सुरक्षा कारणों से भागलपुर जेल में स्थानांतरित किया गया है। अधीक्षक, आदर्श केंद्रीय कारा, बेऊर पटना को निर्देश दिया गया है कि स्थानांतरण की पूरी प्रक्रिया सुरक्षा मानकों और विभागीय दिशा-निर्देशों के तहत पूरी की जाए।
इस कार्रवाई की पृष्ठभूमि तब बनी जब बुधवार को पत्रकार नगर और चित्रगुप्त नगर थाना क्षेत्र में निजी स्कूल संचालक और बैंक अधिकारी को धमकी देने के मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन अपराधियों के तार बेऊर जेल में बंद गैंग से जुड़े हुए हैं। इसके बाद पुलिस ने तुरंत उच्च अधिकारियों को रिपोर्ट दी और बेऊर जेल में छापेमारी का निर्णय लिया गया।
पटना पुलिस ने साफ किया है कि आगामी चुनाव के मद्देनज़र किसी भी गैंग या गिरोह को जेल के अंदर से सक्रिय नहीं होने दिया जाएगा। SSP ने कहा, “जो भी अपराधी जेल से बाहर के अपराधों को संचालित करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह छापेमारी अब नियमित अंतराल पर की जाएगी।”