सोशल मीडिया X पर अचानक से #Dumraon_का_दुलरुआ ट्रेंड करने लगा। यह हैशटैग डुमराव विधानसभा से चुनाव जीतने वाले राहुल कुमार सिंह के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। जानिए कौन हैं राहुल।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद सोशल मीडिया पर रविवार को एक नया हैशटैग तेजी से सुर्खियों में है। देखते-देखते, #Dumraon_का_दुलरुआ हैशटैग X (पूर्व ट्विटर) पर ट्रेंडिंग में दूसरे नंबर तक पहुंच गया है। यह चर्चा डुमराव विधानसभा सीट से जीत दर्ज करने वाले जदयू के युवा नेता राहुल कुमार सिंह से जुड़ी है। लोगों ने उन्हें प्यार से 'डुमराव का दुलरुआ' कहना शुरू कर दिया है, जो अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है।
डुमराव विधानसभा सीट पर इस चुनाव में मुकाबला बेहद रोमांचक रहा। जदयू के राहुल कुमार सिंह और सीपीआई (माले) प्रत्याशी डॉ. अजीत कुमार सिंह के बीच वोटों की गिनती हर राउंड में कांटे की टक्कर देती रही। कभी माले प्रत्याशी आगे होते, तो कभी जदयू। लेकिन अंतिम राउंड में बाजी मारी राहुल कुमार ने, जिन्होंने महज 2,105 वोटों के करीबी अंतर से जीत हासिल की। राहुल कुमार सिंह को कुल 79,411 मत प्राप्त हुए। जबकि दूसरे नंबर पर रहे अजीत कुमार सिंह को 77,306 मतों से संतोष करना पड़ा। इस करीबी जीत के बाद ही लोगों ने उन्हें "डुमराव का दुलरुआ" कहना शुरू किया।
डुमराव और आसपास के इलाकों में "दुलरुआ" शब्द का अर्थ होता है, जो सबका दुलारा हो यानि प्रिय, प्यारा, दिल का टुकड़ा, जनता का चहेता। राहुल कुमार को मिला यह टाइटल किसी राजनीतिक स्टेटस से ज़्यादा एक भावनात्मक सम्मान माना जा रहा है।
राहुल कुमार सिंह डुमराव विधानसभा क्षेत्र से जदयू के उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में थे, वो 38 वर्ष के हैं और उनके पिता का नाम सतेंद्र कुमार सिंह है। वे पेशे से कानून व्यवसाय से जुड़े हैं, जबकि उनकी पत्नी भी व्यवसाय करती हैं। राहुल कुमार सिंह ने दिल्ली के CLC विश्वविद्यालय से 2008-2012 के दौरान एलएलबी की पढ़ाई पूरी की है। राहुल कुमार सिंह के खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। उनकी संपत्ति लगभग 4.53 करोड़ रुपए है, जबकि उनकी देनदारी लगभग 2.77 करोड़ रुपए है।
सोशल मीडिया यूजर जाति और परंपरागत राजनीति से हटकर योग्यता और लगन को चुनने के लिए डुमराव की जनता की तारीफ कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर यूजर्स द्वारा किए गए कुछ प्रमुख कमेंट्स इस प्रकार हैं...