बिहार चुनाव के लिए एक ओर जहां महागठबंधन और एनडीए अभी सीट बंटवारे में फंसे हुए हैं। वहीं दूसरी तरफ जनसुराज अपने उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी करने जा रही है। यह लिस्ट स्वयं प्रशांत किशोर 13 अक्टूबर को जारी करेंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले, प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी ने अपना चुनावी अभियान तेज कर दिया है। एनडीए और महागठबंधन के बीच सीट बंटवारे की खींचतान के बीच, जनसुराज अब अपने दूसरे चरण की तैयारी में जुट गई है। 9 अक्टूबर को पार्टी ने 51 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी। अब मंगलवार, 3 अक्टूबर को पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर खुद उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट जारी कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि इस बार इस सूची में 100 नाम शामिल होने की संभावना है।
पहली जनसुराज सूची ने बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी थी। इस सूची में 51 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, जिनमें कर्पूरी ठाकुर की पोती केसी सिन्हा, भोजपुरी अभिनेता रितेश पांडे, प्रीति किन्नर और आरसीपी सिंह की बेटी जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं। इस सूची में किसी भी कद्दावर या स्थापित राजनीतिक हस्ती का नाम नहीं है।
प्रशांत किशोर ने शनिवार (11 अक्टूबर) को तेजस्वी यादव के गढ़ राघोपुर में अपने चुनाव अभियान की शुरुआत की। उन्होंने रुस्तमपुर चौक, कबीर चौक, पहाड़पुर और प्रखंड कार्यालय क्षेत्रों का दौरा किया और लोगों से सीधा संवाद किया। स्थानीय लोगों ने क्षेत्र की समस्याओं, खासकर गंगा दियारा क्षेत्र में साल भर रहने वाले जलभराव और बाढ़ के बारे में खुलकर बात की। लोगों ने शिकायत की कि 'यहाँ के विधायक तेजस्वी यादव कभी उनकी समस्याएं सुनने नहीं आते।'
प्रचार के दौरान प्रशांत किशोर ने मीडिया से कहा, 'हमारी पार्टी में एक ही नियम लागू है। अगर जनता चाहेगी तभी आप उम्मीदवार बनेंगे। जनता नहीं तो टिकट नहीं। इसलिए हम राघोपुर आए हैं यह देखने कि यहां की जनता किसे देखना चाहती है।' उन्होंने कहा कि पार्टी की मीटिंग में अगले दो दिनों में तय किया जाएगा कि राघोपुर से कौन प्रत्याशी होगा।
जनसुराज ने आधिकारिक घोषणा की है कि 13 अक्टूबर को दूसरी लिस्ट जारी हो सकती है, जिसमें लगभग 100 उम्मीदवारों के नाम शामिल होने की संभावना है। इस बार पार्टी उन इलाकों पर फोकस करेगी जहां जनता के बीच संगठन मजबूत हुआ है और जमीनी काम दिखा है। प्रशांत किशोर ने कहा था कि 'हमारे उम्मीदवारों में एक भी बाहुबली या धनबली नहीं मिलेगा। इसमें सिर्फ वही लोग होंगे जो बिहार को सुधारने की ईमानदार कोशिश कर रहे हैं।'