मोतिहारी में एक युवक ने शराब के लिए पैसे कम पड़ने पर गांववालों को जंगली खरगोश का मांस कहकर कुत्ते का मांस खिला दिया। खाने के बाद कई लोग बीमार पड़ गए।
Motihari News बिहार में शराबबंदी के बावजूद एक युवक ने शराब के लिए पैसे कम पड़ने पर जंगली खरगोश का मांस कहकर कुत्ते का मांस बेच दिया। मोतिहारी के गरहिया गांव में हुआ ये मामला तब सामने आया जब कुत्ते का मांस खाने से 3 लोगों की तबीयत खराब हो गई। शराब के नशे में बिक्रेता ने खुद बताया कि पैसे कम थे, इसलिए खरगोश के नाम पर कुत्ते का मांस बेच दिया।
मंगरु सहनी ने बताया कि शराब के लिए पैसे कम थे, इसलिए गांव के कुत्ते को पकड़कर टुकड़ों में काटा और जंगली खरगोश का मांस कहकर बेच दिया। गांववालों का कहना है कि पहले लगा मंगरू नशे में बोल रहा है, लेकिन बाद में पता चला सच में कुत्ते का मांस बेचा था। गांव के बाहरी इलाके में कुत्ते का सिर और हड्डियां मिलीं। इसके बाद यकीन हो गया कि मंगरु ने गलत किया है। गरहिया पुलिस कहती है कि कुत्ते का मांस खिलाने का मामला सामने आया है, जांच हो रही है। मंगरु सहनी मामले के बाद से फरार है।
कुत्ते का मांस खाने से कई लोग बीमार पड़ गए। गड़हिया गांव के अनिल कुमार सिंह कहते हैं, "मांस खाने के बाद परिजनों को उल्टी, दस्त, पेट दर्द और चक्कर आने लगे।" पीड़ितों में अनिल की पत्नी लक्ष्मी देवी और रामप्रवेश साहनी भी हैं। अनिल कुमार कहते हैं, "मंगरु सहनी ने 500 रुपए में आधा किलो मांस दिया था। जब शिकायत की तो बोला, 'हत्या करके इंसान बाहर आ जाता है, मैंने तो कुत्ते का मांस खिलाया है। तुमसे कुछ नहीं होगा, जो करना है कर लो।'"