पटना

लड़का था या लड़की? PHC में प्रियंका-संजना के बच्चों की अदला-बदली पर बवाल, वजन और टाइमिंग से खुला राज

Bihar News: पटना के पंडारक PHC में दो नवजात बच्चों की अदला-बदली के शक को लेकर हंगामा हो गया। उनके जन्म के समय, वज़न और हॉस्पिटल रजिस्टर की जांच करने पर यह साफ हो गया कि कौन सा बच्चा किसका है। इसके बाद दोनों बच्चों को उनके माता-पिता को सौंप दिया गया।

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Dec 25, 2025
PHC पंडारक (फोटो- पत्रिका )

Bihar News: पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल स्थित पंडारक प्राइमरी हेल्थ सेंटर (PHC) में गुरुवार को एक गड़बड़ी के कारण दो परिवारों की खुशी घंटों की चिंता में बदल गई। डिलीवरी के बाद बच्चे बदलने के शक में अस्पताल में हंगामा हो गया। हालांकि, पुलिस के हस्तक्षेप और अस्पताल के रिकॉर्ड की जांच के बाद मामला पूरी तरह से सुलझ गया और दोनों माताओं को उनके बच्चे मिल गए।

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शक कैसे पैदा हुआ

दरअसल, पंडारक PHC में प्रियंका कुमारी और संजना देवी ने एक ही दिन और लगभग एक ही समय पर बच्चों को जन्म दिया। प्रियंका ने एक लड़के को जन्म दिया, और संजना देवी ने एक लड़की को। आरोप है कि डिलीवरी के बाद जब बच्चों को सौंपा गया तो गड़बड़ी हो गई, जिससे परिवारों को शक हुआ कि बच्चों को बदल दिया गया है। यह शक बढ़ते-बढ़ते झगड़े में बदल गया।

बच्चा बदलने का आरोप

संजना देवी के परिवार ने दावा किया कि जन्म के बाद बच्चा पूरी रात उनके साथ था, लेकिन सुबह अस्पताल के स्टाफ ने बच्चे को बदल दिया। इसके बाद अस्पताल में तनाव तेजी से बढ़ गया। दोनों परिवार अपने दावों पर अड़े रहे, जिससे स्थिति और बिगड़ गई।

अस्पताल रिकार्ड से सुलझा मामला

मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस और अस्पताल प्रशासन ने तुरंत दखल दिया। दोनों बच्चों के जन्म का समय और वज़न चेक किया गया। अस्पताल का रजिस्टर भी देखा गया। एक नवजात का जन्म 5:40 PM पर रिकॉर्ड किया गया था, जबकि दूसरे का 6:30 PM पर। एक बच्चे का वज़न 2500 ग्राम था, और दूसरे का 3100 ग्राम। डिलीवरी रजिस्टर में दर्ज डिटेल्स इन आंकड़ों से पूरी तरह मेल खाती थीं। इन तथ्यों की तुलना करने के बाद, यह साफ़ हो गया कि कौन सा बच्चा किस मां का है।

जांच होने के बाद, सारा कन्फ्यूजन दूर हो गया। अस्पताल प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर लड़के को प्रियंका कुमारी और लड़की को संजना देवी को सौंप दिया। दोनों परिवारों ने राहत की सांस ली और स्थिति शांत हो गई।

गलतफहमी की वजह से हुआ हंगामा

पंडारक पुलिस स्टेशन के प्रमुख ने बताया कि यह घटना सिर्फ एक गलतफहमी थी और जांच के बाद स्थिति सुलझ गई है। इस संबंध में किसी भी पक्ष ने लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई। वहीं, PHC इंचार्ज डॉ. इकबाल खान ने कहा कि सभी डिटेल्स रजिस्टर में साफ तौर पर दर्ज थीं। जरूरत पड़ने पर DNA टेस्ट भी एक ऑप्शन था, लेकिन रिकॉर्ड से सच्चाई सामने आ गई।

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Published on:
25 Dec 2025 07:06 pm
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