Bihar politics : बीजेपी के राष्ट्रिय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन ने विपक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, "जब वोट की चोट पड़ी तो राहुल गांधी जर्मनी भाग गए," और उन्होंने तेजस्वी यादव को भी विदेश यात्राओं का शौकीन बताया। अपने भाषण में नितिन नवीन ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को पार्टी की ताकत बताया और जीत का श्रेय मोदी और नीतीश कुमार की लीडरशिप को दिया।
Bihar Politics: बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार पटना पहुंचे नितिन नबीन ने स्वागत कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया और मंच से विपक्ष पर तीखे राजनीतिक हमले भी किए। अपने संबोधन में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और RJD नेता तेजस्वी यादव को निशाना बनाते हुए कहा, "जब बिहार की जनता ने वोट की चोट दी, तो राहुल गांधी जर्मनी चले गए।" तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "उन्हें जब मौका मिलता है, वे देश की समस्याओं से भागकर विदेश चले जाते हैं।"
नितिन नबीन ने अपने भाषण की शुरुआत यह कहते हुए की कि वह इस ऐतिहासिक स्वागत से बहुत अभिभूत और आभारी हैं। उन्होंने मंच से कहा कि बीजेपी सिर्फ एक राजनीतिक पार्टी नहीं है, बल्कि एक बहुत बड़ा परिवार है, जहां हर कार्यकर्ता परिवार के सदस्य जैसा है। उन्होंने कहा, "बीजेपी में हर कार्यकर्ता में नेतृत्व की क्षमता है। यहां कोई छोटा या बड़ा नहीं है, हर कार्यकर्ता अपने आप में एक राष्ट्रीय अध्यक्ष है।"
अपने भाषण के दौरान नितिन नबीन अपने पिता को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि उन्होंने जीवन और राजनीति दोनों में अनुशासन, संघर्ष और सेवा के सबक अपने पिता से सीखे हैं। कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी ने उन्हें जो सम्मान दिया है, वह सिर्फ उनके लिए नहीं है, बल्कि हर उस कार्यकर्ता के लिए है जो ज़मीनी स्तर पर पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करता है।
नितिन नबीन ने कहा कि बिहार चुनाव में मिली सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मज़बूत और निर्णायक नेतृत्व का नतीजा है। उन्होंने दावा किया कि यह जीत सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि भगवा झंडा बिहार से लेकर बंगाल और तमिलनाडु तक लहराएगा। उन्होंने कहा, "यह सिर्फ चुनावी जीत नहीं है, बल्कि विश्वास की जीत है।"
नितिन नबीन ने आगे कहा कि राजनीति में कोई शॉर्टकट नहीं होता। बीजेपी वह पार्टी है जो एक कार्यकर्ता को धूल से उठाकर शिखर तक ले जाती है। उन्होंने कहा कि पार्टी की ताकत इस बात में है कि यहां वंशवाद की राजनीति नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत और लगन को महत्व दिया जाता है।
अपने तीखे अंदाज़ में, नितिन नबीन ने राहुल गांधी को "पार्ट-टाइम नेता" बताया। उन्होंने कहा, "जब बिहार की जनता ने अपने वोटों से झटका दिया, तो राहुल गांधी जर्मनी चले गए। ऐसा नेता लोगों के सुख-दुख में उनके साथ कैसे खड़ा हो सकता है?" इस बयान पर कार्यक्रम स्थल पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने ज़ोरदार तालियां बजाईं और नारे लगाए।
तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए नितिन नबीन ने कहा कि कुछ नेता मौका मिलते ही विदेश चले जाते हैं। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा, "बिहार की जनता संघर्ष कर रही है, और विपक्ष के नेता विदेश यात्राओं में व्यस्त हैं।"
नितिन ननबीन ने बिहार में एक करोड़ नौकरियां पैदा करने के लक्ष्य पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य दोनों का नेतृत्व युवाओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के भविष्य को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा, "यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम उन लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरें जिन्होंने हमें जनादेश दिया है।"
अपने भाषण के आखिर में, नितिन नबीन ने कहा कि वह कहीं भी हों या किसी भी पद पर हों, वह पटना और बांकीपुर के लोगों द्वारा दिए गए प्यार और विश्वास को कभी नहीं भूल सकते। उन्होंने पार्टी के विकास और बिहार की प्रगति के लिए हमेशा सबसे आगे खड़े रहने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।