Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव में बंपर बहुमत मिलने के बाद अब नई सरकार बनाने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश के नए मंत्रीमंडल में नए और पुराने चेहरे देखने को मिल सकते हैं।
Bihar Politics दिल्ली में बिहार सरकार की नई कैबिनेट को लेकर आज बैठक होगी। नीतीश कैबिनेट में कई नए चेहरे दिखेंगे, जबकि कुछ पुराने चेहरों को भी फिर से मंत्रिमंडल में जगह मिलेगी। बिहार में सरकार गठन के फॉर्मूले पर आज होने वाली बैठक में इसे अन्तिम रूप दिया जायेगा। इस बैठक को लेकर सोमवार की देर रात जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा पटना से दिल्ली रवाना हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) को लेकर मामला फंसा हुआ है। बीजेपी और जेडीयू दोनों इस पद पर अपना दावा कर रही हैं, लेकिन बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं है। पिछली विधानसभा में यह पद बीजेपी के पास था और इस बार भी बीजेपी इसे छोड़ने को तैयार नहीं है। जेडीयू का तर्क है कि मुख्यमंत्री हमारी पार्टी का है, इसलिए सदन की कमान भी हमारे पास ही होनी चाहिए। वहीं, बीजेपी इसे सत्ता संतुलन और संख्या बल के मद्देनज़र रणनीतिक रूप से अपने पास रखना चाहती है। यही कारण है कि यह बड़ा मुद्दा बन गया है। बैठक में एनडीए की सहमति से इसका समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
बीजेपी के सूत्रों का कहना है कि बैठक में स्पीकर पद के साथ‑साथ प्रमुख मंत्रालयों पर भी चर्चा होगी। दोनों दलों की अपनी‑अपनी प्राथमिकताएँ हैं। बीजेपी इस बार गृह, वित्त, स्वास्थ्य और सड़क निर्माण जैसे प्रभावशाली मंत्रालय चाहती है, जबकि जेडीयू ग्रामीण विकास, ऊर्जा, शिक्षा और जल संसाधन अपने पास रखना चाहती है।
बीजेपी नेतृत्व ने लोजपा (रामविलास), हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा जैसे छोटे सहयोगियों के साथ बातचीत कर ली है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान इनके साथ लगातार संवाद कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, सभी को उनकी “संतुलित हिस्सेदारी” का आश्वासन दिया गया है। शपथ ग्रहण से पहले 19 नवंबर को इसे अंतिम रूप दिया जा रहा है।