Bihar Politics: बिहार में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान चल रहे बुलडोजर ऑपरेशन पर निर्दलीय सांसद पप्पू यादव भड़क उठे। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने सरकार पर गरीबों के घर उजाड़ने का आरोप लगाया।
Bihar Politics:बिहार में नई सरकार बनने के बाद, प्रशासन की संयुक्त टीमें पटना, मोतिहारी, नालंदा और मुजफ्फरपुर जैसे दूसरे शहरों में लगातार अतिक्रमण पर बुलडोजर चला रही हैं। कई गैर-कानूनी कंस्ट्रक्शन गिराए गए हैं, जिससे कई इलाकों में अफरा-तफरी मच गई है। इस बीच, कांग्रेस समर्थित निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने सरकार पर तीखा हमला करते हुए इस कार्रवाई को गरीबों पर ज़ुल्म बताया है।
दिल्ली रवाना होने से पहले पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में पप्पू यादव ने तीखा हमला बोलते हुए कहा, “बिहार में गरीबों को जमीन नहीं देंगे और उसी गरीब का घर भी बुलडोजर से उड़ा देंगे? यह कौन सा विकास मॉडल है? महिलाएं रो रही हैं, बच्चे सड़क पर आ गए, दुकानदार बर्बाद हो गए। यह दृश्य मैंने पहले कभी नहीं देखा। भाजपा और नीतीश जी की सरकार को यह सब दिखाई नहीं दे रहा?”
उन्होंने आगे आरोप लगाया, “ये हरकतें नेता, अधिकारी और माफिया मिलकर कर रहे हैं ताकि जमीन कब्जा की जा सके। यह गरीब विरोधी कार्रवाई है और हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम सबको जवाब देंगे। सड़क से संसद तक लड़ाई होगी। जो भी संविधान के खिलाफ होगा, उसके खिलाफ हम आवाज उठाएंगे।”
पप्पू यादव ने बताया कि वे कांग्रेस हाईकमान की समीक्षा बैठक में शामिल होने दिल्ली जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “दिल्ली में तय होगा कि चुनाव में कहां गलती हुई, कौन ज़िम्मेदार है, कहां गड़बड़ी हुई और कैसे वोट चोरी हुई। जिम्मेदारी तय होगी और आगे की रणनीति बनेगी।”
राबड़ी देवी को 10 सर्कुलर रोड वाला सरकारी आवास खाली करने के नोटिस पर हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा, “राबड़ी जी का बंगला छीना जा रहा है। यह विकास नहीं, राजनीतिक बदले की कार्रवाई है। उस घर में दो-दो पूर्व मुख्यमंत्री रहते हैं। अपमान का यह व्यवहार स्वीकार नहीं। हम कोर्ट तक जाएंगे। ऐसा मैंने नीतीश जी को करते नहीं देखा, उन्हें देखना चाहिए कि यह सब किसके इशारे पर हो रहा है।”
राज्यसभा कि तरफ से वंदे मातरम और जय हिंद को लेकर जारी बुलेटिन पर उन्होंने कहा, “इन सब पर प्रतिबंध लगाकर क्या करना चाहते हैं? सबको नारा लगाने का अधिकार है, बस किसी जाति-धर्म को इससे ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। हां अगर कोई भी चीज जो संविधान के खिलाफ होगी, उसका विरोध किया जाएगा। लोकतंत्र में डराने-धमकाने की राजनीति नहीं चलेगी। सदन में ये मुद्दा उठेगा।”