पटना

पटना में 8 मिनट तक ताबड़तोड़ चलीं गोलियां, एनकाउंटर में पुलिस ने मोस्ट वांटेड अपराधी को मारी गोली

पटना के खुशरूपुर में पुलिस और एक कुख्यात अपराधी के बीच हुए एनकाउंटर में पुलिस ने 25 हजार रुपये के इनामी बदमाश मिथुन को धर दबोचा है। इस कार्रवाई में मिथुन के पैर में गोली लगी है।

2 min read
Nov 16, 2025
पटना के ग्रामीण एसपी अपराजित लोहान

पटना के खुशरूपुर थाना क्षेत्र में शनिवार देर रात पुलिस और अपराधी के बीच हुए एनकाउंटर ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी। खुशरूपुर के शेख मोहम्मदपुर फोरलेन के पास हुई इस कार्रवाई में 25 हजार के इनामी और मोस्ट वांटेड अपराधी मिथुन को पुलिस ने जवाबी गोलीबारी में घायल कर काबू कर लिया। यह ऑपरेशन लगभग 8 मिनट चला, जिसमें दोनों तरफ से लगातार गोलीबारी होती रही।

ये भी पढ़ें

Sonpur Mela: सोनपुर मेले में छाया 66 इंच का घोड़ा AK-56, बादाम-अखरोट और 5 लीटर दूध वाली है डाइट

खुफिया इनपुट के आधार पर शुरू हुई कार्रवाई

पुलिस को पहले से जानकारी मिली थी कि मिथुन किसी बड़ी आपराधिक घटना को अंजाम देने की तैयारी में है। सूचना की पुष्टि होते ही खुशरूपुर थाने की टीम ने रात में ही इलाके को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस मिथुन से सरेंडर करवाना चाहती थी। लेकिन स्थिति ऐसी बनी की दोनों तरफ से गोलियां चलने लगी और पुलिस ने मिथुन को धर दबोचा।

कैसे हुआ एनकाउंटर

रात 10:15 बजे खुशरूपुर एसएचओ के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम ने आरोपी को सरेंडर करने का अंतिम मौका दिया। लेकिन 10:20 बजे ही मिथुन ने दो राउंड फायरिंग कर दी। इसके बाद पुलिस ने कंट्रोल्ड रिटर्न फायरिंग की, जो लगभग 10:28 बजे तक जारी रही। फायरिंग के दौरान मिथुन के पैर में गोली लगी और वह सड़क किनारे गिर पड़ा। पुलिस की टीम ने उसे तत्काल काबू किया और सुरक्षा घेरे में एनएमसीएच अस्पताल पहुंचाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक उसकी स्थिति फिलहाल स्थिर है। मौके से पुलिस ने एक पिस्टल, मोबाइल फोन और संदिग्ध सामान भी जब्त किया है।

कौन है मिथुन?

पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार मिथुन पर हत्या के प्रयास, लूट, डकैती और अवैध हथियार रखने जैसे कई संगीन मामले दर्ज हैं। वह सालिमपुर के मझौली का निवासी है और बिहार के अलावा झारखंड में भी कई मामलों में वांछित बताया गया है। पिछले महीने रामकृष्णानगर पिपरा डबल मर्डर केस में भी उसका नाम सामने आया था। वह गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार ठिकाने बदलता रहता था।

कंट्रोल्ड एनकाउंटर पॉलिसी का असर

पिछले दो महीनों से पटना और आसपास के जिलों में पुलिस द्वारा कंट्रोल्ड एनकाउंटर रणनीति अपनाई जा रही है। इसमें अपराधियों को पहले सरेंडर का मौका दिया जाता है, लेकिन गोलीबारी की स्थिति में "डिजेबल टारगेट" टेक्निक लागू की जाती है, जिससे आरोपी गिरफ्तार हो सके और नेटवर्क भी उजागर किया जा सके। इस रणनीति के चलते कई छोटे और मध्यम स्तर के अपराधी लोकेशन बदलने और छिपने को मजबूर हो गए हैं।

क्या बोले एसपी?

पटना के ग्रामीण एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि पुलिस को खुफिया सूचना मिली थी, जिसके आधार पर खुशरूपुर थानाध्यक्ष की टीम ने शेखमुहम्मदपुर फोर लेन पर दबिश दी। वहां से 25 हज़ार रुपये के इनामी बदमाश मिथुन सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया, जिस पर बिहार और झारखंड में कई बड़े मुकदमे दर्ज थे। पूछताछ के दौरान मिथुन ने पुलिस को वह जगह बताई, जहां उसने एक वारदात में इस्तेमाल हथियार छिपाया था।

जब पुलिस की टीम उसे लेकर उस जगह पहुंची, तो मिथुन ने अचानक छिपे हुए हथियार से फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने अपनी जान बचाने के लिए फौरन जवाबी फायरिंग की, जिसमें एक गोली बदमाश के पैर में लगी और वह घायल हो गया। घायल बदमाश को तुरंत एनएमसीएच अस्पताल भेज दिया गया है। इस मुठभेड़ में खुशरूपुर के थानेदार और एक स्थानीय चौकीदार भी जख्मी हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है। पुलिस इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है।

ये भी पढ़ें

‘वो फिल्मों में काम करें, मैं जनता की सेवा करूंगी’, खेसारी को हराने के बाद पहली बार बोलीं छोटी कुमारी

Updated on:
16 Nov 2025 12:34 pm
Published on:
16 Nov 2025 12:31 pm
Also Read
View All

अगली खबर