बिहार चुनाव में भागलपुर के पीरपैंती विधानसभा से चुनाव जीतने वाले मुरारी पासवान बेहद गरीब है। विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया था।
बिहार विधानसभा चुनाव के सभी सीटों के परिणाम घोषित हो चुके हैं। प्रदेश में एक बार फिर से एनडीए को बहुमत मिला है। ऐसे में सभी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि 243 विधायकों में से कौन सबसे अमीर और कौन सबसे गरीब है, किसके ऊपर केस है और किसका दामन साफ है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) और बिहार इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के अनुसार, 243 सीटों में से करोड़पतियों की सूची में सबसे गरीब विधायक भागलपुर जिले की पीरपैंती विधानसभा से जीतने वाले भाजपा के मुरारी पासवान हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 90 % धनकुबेर विधायकों में मुरारी पासवान सबसे गरीब हैं। एडीआर के अनुसार, पीरपैंती के नवनिर्वाचित विधायक मुरारी पासवान की कुल संपत्ति 6.53 लाख रुपये है, जिसमें चल संपत्ति लगभग 1.53 लाख रुपये और अचल संपत्ति लगभग 5 लाख रुपये है।
मुरारी पासवान की पहचान क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सक्रिय सदस्य के रूप में है। वह संघ के छोटे‑बड़े कार्यक्रमों का संचालन करते और उसकी सफलता के लिए संगठन के सदस्यों के साथ मिलकर पर्ची बांटने का काम करते थे। सुंदरपुर के रहने वाले मुरारी पासवान एक गरीब परिवार से आते हैं और उन्होंने समाज सेवा के माध्यम से क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। उनका कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। 2025 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने यह देखते हुए उनकa टिकट दिया और वर्तमान विधायक ललन कुमार को हटाकर मुरारी पासवान को अपना प्रत्याशी बनाया। इस निर्णय से नाराज होकर ललन कुमार ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया।
पीरपैंती विधानसभा सीट पर मुरारी पासवान ने आरजेडी के राम विलास पासवान को 53,107 वोटों से हराकर जीत हासिल की। उद्योगपति गौतम अडानी को एक रुपये में जमीन देने के कारण यह विधानसभा क्षेत्र पूरे क्षेत्र में काफी चर्चा में रहा था।