PM Kisan 20th Installment: 02 अगस्त को पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का 20वीं किस्त जारी करेंगे। पीएम मोदी ने किसान सम्मान निधि का 19वीं किस्त बिहार के भागलपुर से ट्रांसफर किया था।
PM Kisan 20th Installment बिहार में पीएम किसान सम्मान निधि की 20वीं किस्त का इंतजार कर रहे किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। उनका इंतजार खत्म। पीएम मोदी 2 अगस्त को किसानों के अकाउंट में 2000 रुपये डालेंगे। कृषि मंत्रालय के अनुसार, 2 अगस्त 2025 को यह किस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के वाराणसी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जारी करेंगे।
पीएम मोदी किसान सम्मान निधि का 20वीं किस्त उत्तर प्रदेश के वाराणसी से ट्रांसफर करेंगे। पीएम मोदी इससे पहले भागलपुर से 24 फरवरी, 2025 को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त ट्रांसफर किया था। इसको लेकर लग रहा था कि पीएम बिहार दौरे के दौरान 18 जुलाई को ही पैसा ट्रांसफर करेंगे। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका। इसी वर्ष जून महीने में पीएम मोदी बिहार के सीवान से ही पीएम आवास योजना के लाभार्थियों का पैसा ट्रांसफर किया था।
बिहार में 76 लाख 12 हजार 642 किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ा पैसा आयेगा। लेकिन, जिन किसानों ने अभी तक फार्मर रजिस्ट्रेशन और ई-केवाईसी नहीं कराया है, उन्हें तगड़ा झटका लग सकता है। केंद्र सरकार बार-बार इसे करने के लिए कह रही है। जो लोग पीएम किसान सम्मान निधि के लिए आपने ई-केवाईसी नहीं कराया है वे तत्काल करा लें। इसके साथ ही अपना फार्म भी रजिस्ट्रेशन करा लें। जो ऐसा नहीं करायेंगे उनका पैसा रूक जायेगा। उनको इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
पीएम किसान निधि का पैसा प्रधानमंत्री मोदी खुद ही ट्रांसफर करते हैं। पीएम मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त 24 फरवरी, 2025 को भागलपुर से करीब 9.8 करोड़ किसानों के खाते में ट्रांसफर किया था। जबकि पीएम किसान की 18वीं किस्त 5 अक्टूबर, 2024 को पीएम मोदी ने महाराष्ट्र से ट्रांसफर किया था। इसी प्रकार पीएम मोदी ने किसान सम्मान योजना की 17वीं किस्त पीएम मोदी ने वाराणसी से, 16वीं किस्त महाराष्ट्र के यवतमाल से और 15वीं किस्त झारखंड के खूंटी से ट्रांसफर किया था।
प्रत्येक साल पहली किस्त 1 अप्रैल से 31 जुलाई, दूसरी किस्त 1 अगस्त से 30 नवंबर और तीसरी किस्त 1 दिसंबर से 31 मार्च के बीच किसानों के बैंक खातों में केंद्र सरकार द्वारा डाल दी जाती है।