पटना में दरोगा भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर भड़के अभ्यर्थियों ने आज जोरदार प्रदर्शन किया, जिससे गांधी मैदान से डाकबंगला तक जाम लग गया। अभ्यर्थियों की मांग है की आचार संहिता लगने से पहले भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी जाए।
बिहार विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही दरोगा भर्ती परीक्षा की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का गुस्सा फुट पड़ा है। सोमवार को पटना की सड़कों पर अभ्यर्थियों ने जुनून भरे जोश के साथ विरोध प्रदर्शन किया। पटना कॉलेज से निकलकर अभ्यर्थी मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के लिए गांधी मैदान और डाकबंगला तक जुटे। इस दौरान गांधी मैदान से लेकर डाकबंगला चौराहे तक मार्ग पूरी तरह से जाम हो गया। भारी संख्या में युवाओं के सड़कों पर उतरने से शहर का जनजीवन प्रभावित हो गया।
दरोगा पदों के लिए राज्य सरकार द्वारा भर्ती न निकाले जाने की वजह से अभ्यर्थियों का तनाव काफी बढ़ चुका है। कई महीनों से निराशा के बीच अभ्यर्थी सोमवार को अपने हक के लिए सड़कों पर उतरे। उनका कहना था कि पिछले कई महीनों से उन्होंने वैकेंसी जारी करने की मांग की, पर सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। इससे उनका धैर्य टूट गया है। समय पर भर्ती न होने से लाखों युवा बेरोजगार बने हुए हैं। अभ्यर्थियों को चिंता है कि चुनाव आयोग की आचार संहिता लागू होने के बाद नई भर्तियां लगभग बंद हो जाएंगी। इसलिए वे चाहते हैं कि भर्ती प्रक्रिया अभी तुरंत शुरू की जाए।
अभ्यर्थियों ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता की भी मांग की। उनका आरोप है कि परीक्षा के बाद क्वेश्चन पेपर, आंसर की और ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी अभ्यर्थियों को उपलब्ध नहीं कराई जाती। इससे युवाओं में असंतोष पैदा होता है। छात्र नेता दिलीप कुमार ने कहा कि युवाओं को पता होना चाहिए कि उनके सवालों के क्या जवाब सही माने गए और कितने अंक मिले।
डाकबंगला चौराहे पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए बैरिकेडिंग की। लेकिन अभ्यर्थियों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की। इस बीच पुलिस ने हल्का बल प्रयोग भी किया। मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी ताकि प्रदर्शनकारियों का पल भर के लिए भी घेराव न हो सके।
प्रदर्शन में अभ्यर्थियों के साथ कई शिक्षक और शिक्षक नेता भी शामिल थे। उनका कहना था कि युवा बेरोजगारों की समस्या सिर्फ अभ्यर्थियों की नहीं है, बल्कि पूरे समाज की चिंता का विषय है। उन्होंने सरकार से अपील की कि भर्ती प्रक्रिया समयबद्ध और पारदर्शी होनी चाहिए।