बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले तेजस्वी यादव ने घुसपैठ को लेकर मोदी और नीतीश पर गंभीर सवाल उठाए। ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के जरिए जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया गया है।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष और राजद प्रमुख तेजस्वी यादव ने मंगलवार को जहानाबाद से शुरू हुई अपनी ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के दौरान केंद्र और राज्य सरकारों पर तीखा हमला बोला है। तेजस्वी ने प्रमुख सवाल उठाते हुए पूछा कि अगर बिहार में घुसपैठ हो रही है तो इसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देने के लिए कहा।
तेजस्वी ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी पूर्णिया की जनसभा में बिहार में घुसपैठ की बात कर रहे हैं, लेकिन उन्हें यह भी बताना चाहिए कि पिछले 11 सालों से मोदी केंद्र की सत्ता में हैं और बिहार में 20 साल से एनडीए की सरकार है। ऐसे में घुसपैठ का जिम्मेदार कौन है? यह जवाब मोदी को देना चाहिए।" उन्होंने कहा कि जब झारखंड में चुनाव थे तब घुसपैठ का मुद्दा उठाया गया, अब बिहार चुनाव के चलते इसे फिर मनोरम विषय बना दिया गया है, जिसकी जनता समझ चुकी है और वक्त आने पर इसका जवाब जरूर देगी।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि वे इस यात्रा के माध्यम से जनता की समस्याएं लेकर प्रदेश के हर जिले और गांव तक जाएंगे। उनका उद्देश्य जनता के अधिकारों की लड़ाई लड़ना और उनके मुद्दों को विधानसभा सहित सड़क तक पहुंचाना है। तेजस्वी ने कहा कि यह पूरी यात्रा जनसरोकारों पर केंद्रित होगी और इसका समापन वैशाली में होगा।
तेजस्वी यादव ने अपने ऊपर दरभंगा में दर्ज एफआईआर पर भी खुलकर बात की। उन्होंने कहा, "यह मामला राजनीतिक बदले की भावना से प्रेरित है और एक मंत्री के इशारे पर दर्ज कराया गया है। मैं यहां खड़ा हूं, पुलिस को आदेश दें मैं तैयार हूं गिरफ्तार होने के लिए। यह लोकतंत्र है या जंगलराज?" यह एफआईआर उस वक्त दर्ज हुई जब तेजस्वी आरोपित मंत्री जीवेश मिश्रा से पीड़ित यूट्यूबर से मिलने दरभंगा पहुंचे थे।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में ऐसे कई ‘लंपट मंत्री’ बैठे हैं, जिन्हें जनता आगामी चुनाव में सबक सिखाएगी और सत्ता से बाहर करेगी। उन्होंने हालात को बेहद खराब बताया और कहा कि जनता बदलाव की मांग कर रही है। तेजस्वी ने यह भी जोर देकर कहा कि ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के जरिए वह जनता तक पहुंचेंगे, उनकी आवाज़ को विधानसभा और सड़कों तक लेकर जाएंगे।