Bihar News: बिहार के रोहतास जिले में विजिलेंस की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के डेटा एंट्री ऑपरेटर चंदन कुमार शर्मा को 14,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। शिक्षक वेतन निर्धारण के नाम पर वसूली की शिकायत पर यह ट्रैप कार्रवाई की गई।
Bihar News:बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (विजिलेंस डिपार्टमेंट) की कार्रवाई लगातार तेज होती जा रही है। इसी क्रम में शुक्रवार (12 दिसंबर) को ब्यूरो की टीम ने रोहतास जिले के अकोढ़ी गोला प्रखंड में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। इस कार्रवाई में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के डेटा एंट्री ऑपरेटर चंदन कुमार शर्मा को 14,000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
पूरा मामला तब सामने आया जब जतन बिगहा निवासी सुनील कुमार सिंह ने निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना में लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि डेटा एंट्री ऑपरेटर चंदन कुमार शर्मा उनके और अन्य विशिष्ट शिक्षकों के वेतन निर्धारण कार्य के बदले रिश्वत मांग रहा है। सुनील सिंह के अनुसार, बिना पैसे दिए वेतन निर्धारण की फाइलें आगे नहीं बढ़ाई जा रही थीं।
शिकायत दर्ज होने के बाद निगरानी ब्यूरो ने पहले मामले की जांच की और इसकी सच्चाई का पता लगाया। सत्यापन टीम को प्रारंभिक जांच के दौरान रिश्वत मांगने के स्पष्ट संकेत मिले, जिसके बाद ब्यूरो ने कांड संख्या 107/25 दर्ज करते हुए औपचारिक कार्रवाई शुरू की।
जांच रिपोर्ट में रिश्वत मांगने के सबूत मिलने के बाद निगरानी ब्यूरो ने तुरंत एक धावादल (रेड टीम) गठित किया। इस टीम का नेतृत्व पुलिस उपाधीक्षक (निगरानी) विन्ध्याचल प्रसाद को सौंपा गया। रेड टीम को निर्देश दिया गया कि वह आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए सबूत इकट्ठा करने की प्रक्रिया कानूनी तरीके से पूरा करें।
योजना के अनुसार शिकायत करने वाले सुनील सिंह ने रिश्वत की तय राशि आरोपी को देने के लिए अकोढ़ी गोला स्थित गुड्डू कुमार के आवास के सामने मुलाकात तय की। जैसे ही आरोपी ने 14,000 रुपये की रकम स्वीकार की, निगरानी टीम ने तुरंत दबिश देकर उसे गिरफ्तार कर लिया। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने आरोपी के पास से रिश्वत की राशि जब्त की और बरामद नोटों का मिलान सत्यापित किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ की गई और प्रारंभिक पूछताछ के आधार पर आगे कानूनी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। उसे विशेष न्यायालय, निगरानी, पटना में पेश किया जाएगा।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बताया कि वर्ष 2025 में भ्रष्टाचार के खिलाफ अब तक 107 प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें से 87 मामले ट्रैप कार्रवाई के हैं, यानी ऐसे मामले जिनमें अभियुक्तों को रिश्वत लेते ही मौके पर पकड़ा गया है। इन कार्रवाइयों में अभी तक 96 आरोपियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया जा चुका है। ब्यूरो ने यह भी बताया कि वर्ष 2025 में अब तक 35,16,500 रुपये की अवैध रिश्वत राशि बरामद की गई है।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने आम नागरिकों से भ्रष्टाचार के खिलाफ सतर्क रहने और बिना झिझक शिकायत दर्ज करवाने की अपील की है। ब्यूरो ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामलों में जनता की सूचना ही कार्रवाई की सबसे मजबूत शुरुआत होती है। शिकायत दर्ज करवाने के लिए नंबर भी जारी किया गया है।