Viral Video: नवादा के रजौली चेकपोस्ट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें पुलिसकर्मी कथित तौर पर रिश्वर में आलू मांग रहा है। इस वीडियो ने पुलिस की कार्यशैली पर एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है।
Viral Video: बिहार के नवादा जिले के रजौली चेकपोस्ट से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने पुलिस पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। वायरल वीडियो में चेकपोस्ट पर तैनात एक पुलिसकर्मियों पर रिश्वत के तौर पर पैसे नहीं, बल्कि आलू मांगने का आरोप लगाया जा रहा है। बातचीत में एक पुलिसकर्मी कथित तौर पर कहता सुनाई देता है, '5 आलू दे न, चोखा बनाएंगे' जिसके बाद मामला और गरमा जाता है।
करीब 59 सेकेंड के इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि रात के समय आलू लदी एक पिकअप गाड़ी को चेकपोस्ट पर रोका गया है। पुलिसकर्मी ड्राइवर से पूछता है कि गाड़ी में क्या लोड है। ड्राइवर के आलू कहने पर पुलिसकर्मी उससे आलू देने की मांग करता है। ड्राइवर इसका विरोध करता है और कहता है कि आलू उसका अपना सामान नहीं है।
बातचीत आगे बढ़ती है तो ड्राइवर कहता है कि वजन कम हो जाएगा तो जवाब कौन देगा। इस पर पुलिसकर्मी कहता है कि पांच बोरा में से एक-एक आलू निकाल दो, पता नहीं चलेगा। ड्राइवर पुलिसकर्मी को खुद से आलू निकाल लेने को कहता है। इसी दौरान खर्चा मांगने को लेकर बहस तेज हो जाती है।
वीडियो में आगे यह सवाल सुनाई देता है कि जब पुलिसकर्मी को तनख्वाह मिलती है तो फिर खर्चा किस बात का। इसके बाद पुलिसकर्मी कैमरे की ओर हाथ बढ़ाता है, जिससे मोबाइल गिर जाता है। वीडियो रिकॉर्ड करने वाला व्यक्ति गुस्से में कहता है, 'ज्यादा होशियारी मत कीजिए, नौकरी कर रहे हैं न… फिर खर्चा क्यों चाहिए...' और फिर वीडियो खत्म हो जाता है। पूरी बातचीत मगही भाषा में है।
हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वीडियो कब का है और इसमें दिख रहे पुलिसकर्मी की पहचान क्या है। वीडियो की आधिकारिक पुष्टि भी अब तक नहीं हुई है। इसके बावजूद सोशल मीडिया पर इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और लोग पुलिस की छवि पर सवाल उठा रहे हैं।
गौरतलब है कि बिहार के अलग-अलग इलाकों से पहले भी चेकपोस्ट और गश्ती के दौरान कथित वसूली से जुड़े वीडियो सामने आते रहे हैं। कई मामलों में जांच के बाद कार्रवाई हुई, तो कुछ में आरोप निराधार भी पाए गए। फिलहाल इस वायरल वीडियो को लेकर पुलिस महकमे में हलचल है। उम्मीद की जा रही है कि जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि मामला सच में रिश्वत का है या वीडियो को किसी और संदर्भ में पेश किया गया है।