यूपी का बाजार निर्यात क्षेत्र में नई ऊचाईयां हासिल की है। इलेक्ट्रानिक्स के बाद सबसे अधिक निर्यात यूपी से मीट का होता है। मीट निर्यात ने 20,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर दूसरा स्थान हासिल किया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश ने निर्यात के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुई हैं। पिछले वित्त वर्ष में प्रदेश से 47,000 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात किया गया, जो शीर्ष पर रहा। इसके बाद मीट निर्यात ने 20,000 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर दूसरा स्थान हासिल किया। तीसरे स्थान पर टेक्सटाइल रहा, जिसमें 15,000 करोड़ रुपये के रेडीमेड कपड़ों का निर्यात हुआ। इसके अलावा, जेम्स एंड ज्वैलरी क्षेत्र में भी यूपी ने अपनी उपस्थिति दर्ज की, जहां 4,500 करोड़ रुपये से अधिक का निर्यात किया गया।
प्रदेश के पारंपरिक उद्योगों जैसे फुटवियर, लेदर उत्पाद, कालीन, धातु के बर्तन और शिल्पकारी ने भी शीर्ष 10 निर्यात उत्पादों में अपनी जगह बरकरार रखी। इन तीनों क्षेत्रों से सालाना 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का निर्यात हो रहा है।
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) की यूपी रिपोर्ट के अनुसार, शीर्ष 10 में से 9 क्षेत्रों में सकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई है। इस उपलब्धि में 'एक जिला एक उत्पाद' योजना, फ्रेट कॉरिडोर और लॉजिस्टिक्स पार्क जैसी पहलों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मीट निर्यात में पिछले एक साल में 1,500 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई है।
हालांकि, FIEO के अध्यक्ष एस.सी. रल्हन ने अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ को निर्यात के लिए गंभीर चुनौती बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिकी बाजार में 55% शिपमेंट सीधे प्रभावित हुए हैं। 50% टैरिफ से लागत बढ़ेगी, जिससे निर्यातकों को कम टैरिफ वाले देशों के प्रतिस्पर्धियों की तुलना में 30-35% नुकसान हो सकता है। कई ऑर्डर पहले ही रद्द किए जा चुके हैं।
यूपी से अमेरिका, यूके, जर्मनी, नेपाल, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, नीदरलैंड और स्पेन जैसे देशों को होने वाले निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। वित्त वर्ष 2023-24 की तुलना में 2024-25 में अमेरिका को निर्यात 32,490 करोड़ से बढ़कर 35,545 करोड़ रुपये हो गया, यानी लगभग 3,000 करोड़ रुपये की वृद्धि। इसी तरह, यूके को निर्यात 9,822 करोड़ से बढ़कर 12,385 करोड़, जर्मनी को 8,646 करोड़ से 9,763 करोड़ और नेपाल को 8,661 करोड़ से 9,433 करोड़ रुपये हो गया। अन्य देशों के साथ भी निर्यात में सकारात्मक वृद्धि देखी गई है।