Anta Assembly By Election 2025: राजस्थान की सियासत में अब सभी की नजरें अंता विधानसभा उपचुनाव पर टिक गई हैं। सोमवार को चुनाव आयोग ने अंता सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी है।
Anta Assembly By Election 2025: राजस्थान की सियासत में अब सभी की नजरें अंता विधानसभा उपचुनाव पर टिक गई हैं। सोमवार को चुनाव आयोग ने अंता सीट पर उपचुनाव की घोषणा कर दी।
इस उपचुनाव को भाजपा के लिए अपनी सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर और कांग्रेस के लिए सत्ता विरोधी लहर तैयार करने का मौका माना जा रहा है। अंता में 11 नवंबर को मतदान होगा, जिसमें 2 लाख 27 हजार 563 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे।
यह सीट भाजपा विधायक कंवरलाल मीणा के तीन साल की सजा के कारण अयोग्य घोषित होने से रिक्त हुई थी। मीणा की ओर से सजा कम कराने के लिए दया याचिका भी राज्यपाल के पास भेजी गई थी, लेकिन राहत नहीं मिली। अब चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही अंता में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं।
चुनाव की अधिसूचना 13 अक्टूबर को जारी होगी और उसी दिन से नामांकन प्रक्रिया भी प्रारंभ हो जाएगी। 21 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तिथि रहेगी, जबकि 23 अक्टूबर को जांच और 27 अक्टूबर को नाम वापस लेने की तिथि तय की गई है। इसके साथ ही अंता विधानसभा क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। क्षेत्र में कुल 268 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
अंता सीट परिसीमन के बाद वर्ष 2008 में अस्तित्व में आई। तब से अब तक यहां चार बार चुनाव हुए हैं-दो बार कांग्रेस और दो बार भाजपा ने जीत दर्ज की है। कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया ने 2008 और 2018 में जीत हासिल कर मंत्री पद संभाला, जबकि 2013 में प्रभुलाल सैनी और 2023 में कंवरलाल मीणा ने भाजपा के झंडे को बुलंद किया। पिछले चुनाव में कंवरलाल ने भाया को 5,861 मतों से हराया था। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अंता में सभा लेकर चुनावी माहौल को गरमाया था।
आगामी उपचुनाव में दोनों दलों के संभावित उम्मीदवारों के नाम चर्चा में हैं। कांग्रेस खेमे में पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया और उनकी पत्नी जिला प्रमुख उर्मिला जैन के नाम चल रहे हैं। वहीं भाजपा में पूर्व जिलाध्यक्ष आनंद गर्ग, अंता प्रधान प्रखर कौशल, नगरपालिका अध्यक्ष रामेश्वर खंडेलवाल, विष्णु गौतम और पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी के नामों पर चर्चा है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि यहां एक बार फिर भाजपा की जीत होगी। कांग्रेस पार्टी में अंतरकलह और बिखराव है। कांग्रेस में हर नेता एक- दूसरे से नाराज है। कोटा से लेकर जोधपुर तक, धारीवाल से लेकर डोटासरा तक, हर जगह अंतरलह साफ नजर आता है। उन्होंने कहा कि जनता का विश्वास भाजपा के साथ है और आने वाले चुनाव में भाजपा एक बार फिर विजयी होगी।
वहीं, राजस्थान पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि पौने 2 साल से जनता भाजपा सरकार का कुशासन झेल रही है, अब वक्त कड़ा संदेश देने का है। कांग्रेस कार्यकर्ता पूरे उत्साह के साथ चुनाव के लिए तैयार है। अंता सीट को बड़े अंतर से जीतेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अंता चुनाव टालने के लिए राज्यपाल के पास रिपोर्ट भेजी थी, लेकिन राज्यपाल ने कानून की पालना की।
इधर, नरेश मीणा ने कांग्रेस नेतृत्व से अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए टिकट की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं- मेरे पिताजी सन 2000 में बारां में कांग्रेस पार्टी के ब्लॉक अध्यक्ष रहें, मैंने सन 2002 में राजस्थान विश्वविद्यालय में NSUI के टिकिट पर छात्रसंघ महासचिव का चुनाव लड़कर ऐतिहासिक विजय हासिल की, मैंने 2023 में छबड़ा विधानसभा के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकिट माँगा, टिकिट नहीं मिलने पर मैं निर्दलीय चुनाव लड़कर 45,000 वोट लेकर आया।
नरेश मीणा ने कहा कि 2024 में दौसा लोकसभा से कांग्रेस पार्टी से टिकिट माँगा, नहीं मिला..विधानसभा उप चुनाव 2024 में कांग्रेस पार्टी से देवली उनियारा विधानसभा के लिए टिकिट मांगा, मुझे टिकिट नहीं देकर एक ऐसे व्यक्ति को टिकिट दिया जो BJP से तैयारी कर रहा था, मुझे टिकिट नहीं मिलने पर मैं निर्दलीय चुनाव लड़कर 60,000 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहा और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कि जमानत जब्त हुई।
उन्होंने कहा किआदरणीय राहुल गांधी जी अब फिर से मैं अंता विधानसभा उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी से टिकिट मांग रहा हूं, कहा कि जहां हर बार ऐसे व्यक्ति को टिकिट दिया जाता है जिसके वर्ग के पूरी विधानसभा में 1% वोट नहीं है, जिसने कोटा संभाग में पूरी कांग्रेस पार्टी को खत्म कर दिया, जिसका नाम है प्रमोद जैन भाया, आदरणीय राहुल गाँधी जी मुझे आपसे आशा और उम्मीद है कि मेरे इस ट्विट को संज्ञान में लेकर मुझे कांग्रेस पार्टी से अंता विधानसभा से टिकिट देने कि कृपा करेंगे।