New GST Rate: 22 सितंबर से लागू होगी जीएसटी की नई दरें, जानें मध्यप्रदेश में क्या सस्ता, क्या महंगा, किन चीजों की कीमतों पर नहीं दिखेगा असर, पेट्रोल-डीजल से लेकर, सोना चांदी तक जानें हर चीज की नई कीमत...
New GST Rate: संजना कुमार@ patrika.com: 22 सितंबर से मध्यप्रदेश समेत देशभर में लागू हो रही नई GST दरों का सीधा असर प्रदेशवासियों की जेब पर दिखाई देगा। GST काउंसिल ने पुराने चार टैक्स स्लैब (5%, 12%, 18% और 28%) को घटाकर केवल दो स्लैब- 5% और 18% कर दिया है। हां लेकिन कुछ विशेष वस्तुओं पर अब 40% टैक्स लगाया जाएगा। इस बड़े बदलाव से प्रदेशवासियों की राजमर्रा की जिंदगी में काम आने वाली कई चीजें सस्ती होंगी तो, कुछ महंगी भी, वहीं कुछ सामान ऐसा होगा जिसकी कीमतों पर जीएसटी का असर नहीं दिखेगा। यानी ये न महंगी होंगी न सस्ती।
दैनिक जीवन में काम आने वाली चीजों पर GST की नई दरों का असर ज्यादा नजर आएगा। क्योंकि इन वस्तुओं पर जीएसटी कम हुआ है। इनमें साबुन, टूथपेस्ट, टूथब्रश, शैम्पू, टैल्कम पाउडर पर GST 18% से घटकर 5% किया गया है। इससे इनके दामों में 10-15% तक की गिरावट देखी जा सकती है।
रोजाना के इन खाद्य उत्पादों में बटर, घी, पनीर, बिस्किट, जाम, ड्राई फ्रूट्स और दूध से तैयार सभी उत्पाद अब सस्ते हो जाएंगे। एमपी का सांची ब्रांड का घी 22 सितंबर से लगभग 40 रुपए पर किलो तक सस्ता किया गया है।
पहले इलेक्ट्रॉनिक सामान जैसे कि टीवी, एसी, वॉशिंग मशीन, फ्रिज जैसे उपकरण 28% टैक्स के दायरे में आते थे, लेकिन अब ये 18% पर आएंगे। इससे इनकी कीमतों में करीब 8-10% की राहत मिलने की उम्मीद है।
GST के नये स्लैब में छोटी कारें (पेट्रोल इंजन 1200 cc तक, डीजल इंजन 1500 cc तक) अब 28% की जगह 18% स्लैब में शामिल किए गए हैं। इससे एक्स-शोरूम कीमतों में कमी आएगी।
सीमेंट और कुछ अन्य निर्माण सामग्री पर टैक्स घटा है। इससे मकान बनाने की लागत कुछ हद तक कम होगी। इसका लाभ प्रॉपर्टी खरीदारों को मिल सकता है।
किसानों के काम आने वाले डेली के संसाधनों में पंप, नोजल और सिंचाई से जुड़ी मशीनरी पर टैक्स घटने से किसानों को भी राहत मिलेगी।
पान मसाला, सिगरेट, शराब जैसे उत्पादों को 40% टैक्स स्लैब में रखा गया है। इससे इनके दाम बढ़ेंगे।
जो सामान पहले से ही ऊंचे टैक्स स्लैब में थे और जिन्हें 40% श्रेणी में डाला गया है, उनकी कीमतें और बढ़ सकती हैं।
शहर आइटम - सामान - पुराने दाम - नई अनुमानित दर - अनुमानित बचत फर्क
भोपाल- Sanchi घी (1 किलो) लगभग 630 लगभग -590-595 - 35-40 रुपए की बचत
बिजली का मीटर 300 यूनिट का बिल- बिजली दरों में -60 रुपए प्रति माह की बचत संभव
एयर कंडीशनर/टीवी/ वाशिंग मशीन जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स-पुराने की तुलना में 8-9% सस्ते होंगे- AC पर 3500-4,500 रुपए की कटौती मॉडल पर निर्भर
इंदौर - Sanchi घी/ डेयरी सामान लगभग उसी तरह जैसे भोपाल -35-40 रुपए घटने की उम्मीद
पैकेज्ड डेयरी/ प्रोसेस्ड फूड जैसे पनीर, बटर, आईसक्रीम आदि पर 95 रुपए-92 रुपए, बटर 100 ग्राम पर 62-58 रुपए वही बदलाव इंदौर में होगा जिससे उपभोक्ता को लाभ होगा।
ग्वालियर- इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम (LED/LCD TV, AC आदि) जैसे 28% GST वाला मॉडल अब 18% GST,कीमतों में 8-9% की कमी डेयरी उत्पादों की आम चीजे (गाय/भैंस का दूध, पनीर) पहले कुछ आइटमों पर महंगा अब अधिकांश डेयरी उत्पादों पर GST घटकर 5% या NIL हो गया है। इससे उपभोक्ता को सीधा लाभ
जबलपुर- सांची डेयरी पर वही जैसे अन्य शहरों में। वहीं निर्माण सामग्री जैसे सीमेंट आदि पर पहले टैक्स ज्यादा लगता था। निर्माण सामग्री पर टैक्स कम होने से मकान बनाने-मरम्मत आदि, कार्यों की लागत कम होगी। अनुमानित बचत 20-30 रुपए प्रति बैग सीमेंट में (स्थानीय मार्जिन पर निर्भर) बड़े इलेक्ट्रॉनिक्स/घरेलू उपकरण जैसे बड़े टीवी/ AC पर मॉडल मुताबिक 2,000-5,000 तक की बचत हो सकती है।
उज्जैन- सांची डेयरी सामान (घी, पनीर आदि) पुराने दाम जैसे भोपाल/इंदौर के अंदाज में लगभग 35-40 रुपए की कमी संभव, छोटे-मध्यम इलेक्ट्रॉनिक्स, घरेलू उपयोग के उपकरण 28% टैक्स दायरे में थे, अब 18%, इसलिए जो लोग इन्हें लेने वाले हैं, उन्हें कुछ राहत मिलेगी, बचत 8-9% तक हो सकती है।
-1- केंद्र सरकार GST दरों में बदलाव का आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी करती है।
-2- उसके बाद मध्यप्रदेश वाणिज्यिक कर (Commercial Tax/GST) विभाग व्यापारियों, कंपनियों और रिटेल शॉप्स को तुरंत सर्कुलर जारी करता है।
-3- इसके बाद सुपर मार्केट, ऑनलाइन शॉप्स बिलिंग करने वाले व्यापारी अपनी बिलिंग मशीन और GST सॉफ्टवेयर को अपडेट करते हैं।
-4- दुकानों में पुराना स्टॉक (पुराने टैक्स रेट पर खरीदा सामान) तुरंत सस्ता नहीं होगा, लेकिन नए बिल से आने वाला सामान, घटे हुए GST पर ही बेचा जा सकेगा और खरीदा जा सकेगा।
-5- इसके लिए बाकायदा जांच और मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जाएगी। कमर्शियल टैक्स विभाग और जिला स्तर पर अफसर दुकानों पर जाकर बिलिंग चेक करेंगे कि व्यापारी GST में हुई कटौती का फायदा ग्राहकों तक पहुंच रहा है या नहीं।
GST कम होने के बाद कार खरीदने का सपना देख रहे लोगों को बड़ी राहत मिल गई है कि वे अपना ड्रीम पूरा कर सकेंगे। कुछ कारें बजट फ्रेंडली हो गई हैं। इनमें SUVs भी शामिल हैं। 5 लाख रुपए तक में अब स्टाइलिश, फीचर्स और प्रैक्टिकलिटी का अवसर मिल गया है। सेगमेंट की ये कारें आपके सफर को आसान बना देंगी। इनमें मारुति सुजुकी अल्टो के10, मारुति सुजुकी एस-प्रेसो, रिनॉल्ट विड, टाटा टायगो, सिट्रॉएन सी3 शामिल हैं।
क्रिसिल (Credit Rating Information Services of India Limited) की एक रिपोर्ट के मुताबिक ग्रामीण इलाकों में प्रतिव्यक्ति मासिक खर्च 28% तक कम हो जाएगा। वहीं शहरी इलाकों में ये 26% तक घटेगा। यानी हर व्यक्ति के हर माह प्रति 100 रुपए के खर्च पर 27 रुपए की बचत होगी। जिससे हर ग्रामीण 1,154 रुपए और हर शहरी 1,819 रुपए बचाएगा। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत में भले ही 22 सितंबर से GST की नई दरें लागू हो रही हैं। लेकिन इसका पूरा असर नजर आने में एक साल लग जाएगा।
मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं को विशेष रूप से लाभ होगा, क्योंकि इन वस्तुओं पर टैक्स कम होने से उनकी क्रय शक्ति में वृद्धि होगी। विशेष रूप से, कपड़े, फुटवियर और टू-व्हीलर जैसे कम मूल्य वाले आइटम्स पर टैक्स में कमी की गई है।
CRISIL की रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 20% उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) बास्केट पर जीएसटी दरों में कमी का असर होगा, जिससे खुदरा मुद्रास्फीति में 3.1% तक की गिरावट हो सकती है।
सरकार ने अनुमानित 48,000 करोड़ रुपए की वार्षिक राजस्व हानि की आशंका जताई है, जो पिछले वित्तीय वर्ष के 10.6 लाख करोड़ रुपए के जीएसटी संग्रह की तुलना में नगण्य है। इसके अलावा, टैक्स दरों में कमी से अधिक वस्तुएं औपचारिक क्षेत्र में आएंगी, जिससे टैक्स संग्रह में वृद्धि हो सकती है।
CRISIL के अनुसार, जीएसटी दरों में कटौती से कंपनियों की आय में 25-50 आधार अंकों (bps) की मामूली वृद्धि हो सकती है, क्योंकि उपभोक्ता खर्च में वृद्धि से उनकी आय में सुधार होगा।
सराफा व्यापारी विनय वर्मा कहते हैं कि सरकार ने रोजमर्रा के सामान सस्ते किए हैं, लेकिन सोना-चांदी के गहनों पर जीएसटी वैसा ही है। लगातार इससे आम आदमी के लिए शादी-ब्याह के सीजन में खरीदारी मुश्किल हो चली है। सर्राफा व्यापारियों का कहना है कि GST घटे तो गहने 10-15% तक सस्ते हो सकते हैं। हां लेकिन छोटे व्यापारी GST बिल नहीं काटते, जबकि बड़े शोरूम या बड़ी व्यापारी चेन चाहती है कि GST में राहत मिले, तो उनका मंदा हुआ व्यापार फिर से चल पड़े। बता दें कि वर्तमान में सोना-चांदी पर 3% GST वहीं मेकिंग चार्ज पर 5% है। यानी कोई ग्राहक अगर 50 हजार रुपए के गहना खरीदता है, तो उसे GST ks ur 1500 रुपए सोने पर और 250 रुपए मेकिंग चार्ज पर कुल 1,750 रुपए देने होते हैं।
विनय बताते हैं कि भले ही GST दर में कटौती नहीं की गई है, लेकिन सोना औरचांदी की वैश्विक कीमतें और डॉलर-रुपया विनिमय दर लगातार बदलते रहते हैं। हाल ही में सोने की कीमतों में तेजी देखी गई है। GST के कारण कुल कीमत में हमेशा अधिक ही चुकानी होती है, क्योंकि टैक्स सीधा फाइनल बिल में ही जुड़ता है।