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Post Office Interest Rates: क्या घट जाएंगी SSY और PPF जैसी योजनाओं पर ब्याज दरें? जानिए क्या कहते हैं आकंड़े

Post Office Schemes Interest Rates: सरकार अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरों की घोषणा करने वाली है। माना जा रहा है कि इस बार ब्याज दरें घट सकती हैं।

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सरकार पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरों का रिव्यू करेगी। (PC: Freepik)

Post Office Schemes Interest Rates: वित्त मंत्रालय हर तीन महीने में पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि और SCSS जैसी पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों का रिव्यू करता है। सरकार द्वारा इन योजनाओं पर ब्याज दरों की घोषणा की जाएंगी, जो 1 अक्टूबर से लागू होंगी। माना जा रहा है कि इस बार ब्याज दरों में कुछ कटौती की जा सकती है। अगर आप मौजूदा ब्याज दरों का फायदा उठाना चाहते हैं, तो दरों में बदलाव से पहले इन स्मॉल सेविंग स्कीम्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। नई दरें अक्टूबर से दिसंबर तिमाही के लिए लागू होंगी।

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रेपो रेट घटी लेकिन योजनाओं पर ब्याज दर नहीं

इस साल आरबीआई ने रेपो रेट में तीन बार कटौती की है, लेकिन सरकार ने अब तक सुकन्या समृद्धि अकाउंट (SSA) और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) समेत छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें कम नहीं की हैं। इसलिए, इस तिमाही समीक्षा में दरों में कटौती की संभावना है।

आरबीआई ने रेपो रेट में की है बड़ी कटौती

इस साल आरबीआई ने तीन बार रेपो रेट को घटाया है। साल की शुरुआत में रेपो रेट 6.5% था। फरवरी और अप्रैल की मौद्रिक नीति बैठकों में 25-25 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की गई। इसके बाद जून की रिव्यू मीटिंग में 50 आधार अंक की बड़ी कटौती की गई। इस तरह अब तक कुल 1% की कटौती की जा चुकी है। इन कटौतियों के बाद कई बैंकों ने अपनी एफडी स्कीम्स पर ब्याज दरें घटा दी हैं। कई बैंकों ने अपनी स्पेशल एफडी स्कीम्स बंद कर दीं या फिर उनकी दरें घटा दीं।

G-Sec बॉन्ड यील्ड क्या संकेत दे रहा है?

10 साल के सरकारी बॉन्ड (G-Sec) का यील्ड 1 जनवरी 2025 को 6.779 था, जो 24 सितंबर 2025 को घटकर 6.483 हो गया। हालांकि, पिछले तीन महीनों में इसमें सुधार के संकेत मिले हैं, लेकिन यह अभी भी जनवरी की शुरुआत के मुकाबले 0.296 अंक नीचे है। 2010 में गठित श्यामला गोपीनाथ समिति ने सिफारिश की थी कि स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरें संबंधित मैच्योरिटी अवधि वाले सरकारी बॉन्ड (G-Sec) की सेकेंडरी मार्केट यील्ड के आधार पर तय होनी चाहिए, जिसमें 25 बेसिस प्वाइंट्स का अतिरिक्त मार्जिन जोड़ा जाए।

उदाहरण के लिए, 5 साल की डाकघर टीडी स्कीम की ब्याज दर 5-वर्षीय G-Sec यील्ड + 25 bps पर आधारित होनी चाहिए। पीपीएफ के लिए, 24 जून 2025 से 24 सितंबर 2025 के बीच 10-वर्षीय G-Sec का औसत यील्ड 6.411% रहा। इसमें 25 bps जोड़ने पर ब्याज दर 6.66% बनती है। लेकिन फिलहाल पीपीएफ पर निवेशकों को 7.1% ब्याज मिल रहा है।

इस तरह, G-Sec यील्ड में गिरावट का मतलब है कि स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में कटौती हो सकती है। हालांकि, सरकार हमेशा इस फॉर्मूले को लागू नहीं करती, जैसा कि पिछले कुछ तिमाहियों में देखा गया। इस बार भी अंतिम निर्णय सरकार पर निर्भर करेगा।

पिछली बार कब हुआ था बदलाव?

पोस्ट ऑफिस स्कीम्स की ब्याज दरें आखिरी बार वित्त वर्ष 2023-24 की अंतिम तिमाही (जनवरी-मार्च 2024) में बदली गई थीं। तब 3-साल की टीडी पर ब्याज दर 7% से बढ़ाकर 7.1% की गई थी और सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) पर ब्याज दर 8% से बढ़ाकर 8.2% कर दी गई थी। बाकी योजनाओं की ब्याज दरें अपरिवर्तित रही थीं।

स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरें भले ही G-Sec यील्ड से जुड़ी हों, लेकिन अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय करता है, जिसमें आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक पहलुओं पर भी विचार किया जाता है। उदाहरण के लिए, अप्रैल 2025 की एमपीसी बैठक में 25 bps रेपो रेट कट के बावजूद सरकार ने Q2FY26 में दरों में बदलाव नहीं किया था।

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Published on:
30 Sept 2025 12:16 pm
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