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उत्तर प्रदेश के टॉप 10 शहर जहां जमीनों के दाम छू रहे आसमान, नोएडा नंबर 1, राजधानी तीसरे नंबर पर

यूपी में जमीनों के रेट लगातार बढ़ रहे हैं, यूपी के 3 शहर देश के टाप 10 शहरों वाले सर्किल रेट में शामिल हैं। आइए जानते हैं यूपी के टाप 10 सर्किल रेट वाले शहर...

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Aug 11, 2025

उत्तर प्रदेश में जमीनों के सर्किल रेट में हाल ही में हुई बढ़ोतरी ने कई शहरों को देश के सबसे महंगे शहरों की सूची में ला खड़ा किया है। नोएडा ने इस मामले में बाजी मार ली है और राज्य का सबसे महंगा शहर बनकर उभरा है। वहीं, लखनऊ भी अब देश के टॉप-10 महंगे शहरों में शामिल हो गया है, लेकिन गाजियाबाद ने सर्किल रेट में बढ़ोतरी के बाद लखनऊ को पछाड़कर राज्य में दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। आइए, जानते हैं उत्तर प्रदेश के उन टॉप शहरों के बारे में जहां जमीनों के दाम आसमान छू रहे हैं और नए सर्किल रेट ने क्या बदलाव लाए हैं।

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नए सर्किल रेट का ऐलान, 10 साल बाद बड़ा बदलाव

1 अगस्त 2025 से उत्तर प्रदेश के कई शहरों में नए सर्किल रेट लागू कर दिए गए हैं। लखनऊ में 10 साल बाद सर्किल रेट में बढ़ोतरी हुई है, जिसके चलते जमीन, मकान, फ्लैट और कमर्शियल प्रॉपर्टी खरीदना अब लाखों रुपये महंगा हो गया है। नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, झांसी, मेरठ और बरेली जैसे शहरों में भी नए सर्किल रेट लागू करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इन शहरों की जमीनें अब देश के मेट्रो शहरों को कड़ी टक्कर दे रही हैं।

उत्तर प्रदेश के टॉप महंगे शहर

उत्तर प्रदेश में नोएडा ने सबसे महंगे शहर का तमगा हासिल किया है, जहां सर्किल रेट ने रियल एस्टेट मार्केट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। गाजियाबाद ने लखनऊ को पीछे छोड़कर दूसरा स्थान पक्का किया है। लखनऊ तीसरे नंबर पर है, लेकिन देश के टॉप-10 महंगे शहरों में शामिल होने के साथ यह रियल एस्टेट के मामले में तेजी से उभर रहा है।

देश के टॉप-10 महंगे शहर (2025)

  1. मुंबई : औसत सर्किल रेट 1 लाख से 8 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर।
  2. दिल्ली: सर्किल रेट 70 हजार से 6 लाख रुपये प्रति वर्ग मीटर।
  3. चंडीगढ़: हाई-एंड रिहायशी और कमर्शियल इलाकों में ऊंचे दाम।
  4. नोएडा: उत्तर प्रदेश का सबसे महंगा शहर, सर्किल रेट में भारी बढ़ोतरी।
  5. पुणे: रियल एस्टेट में तेजी से बढ़ते दाम।
  6. बेंगलुरु: टेक हब होने के कारण प्रॉपर्टी रेट्स में इजाफा।
  7. चेन्नई: दक्षिण भारत का प्रमुख रियल एस्टेट मार्केट।
  8. हैदराबाद: तेजी से विकसित हो रहा रियल एस्टेट सेक्टर।
  9. गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश का दूसरा सबसे महंगा शहर।
  10. लखनऊ: रिहायशी और कमर्शियल प्रॉपर्टी में 30-130% की बढ़ोतरी।

लखनऊ में सर्किल रेट की स्थिति

लखनऊ के प्रमुख रिहायशी इलाकों जैसे गोमती नगर, गौतम पल्ली, अंसल, आलमबाग, वृंदावन योजना, महानगर और हजरतगंज में सर्किल रेट में 30% से लेकर 130% तक की बढ़ोतरी देखी गई है। इन इलाकों में अब सर्किल रेट 33 हजार से 77 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर तक पहुंच गया है। इस बढ़ोतरी ने प्रॉपर्टी खरीदने वालों के लिए लागत को काफी बढ़ा दिया है, लेकिन रियल एस्टेट मार्केट में पारदर्शिता और सरकार के राजस्व में वृद्धि की उम्मीद है।

अन्य शहरों में सर्किल रेट की स्थिति

  • नोएडा : राज्य का सबसे महंगा शहर, जहां सर्किल रेट में भारी बढ़ोतरी ने रियल एस्टेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।
  • गाजियाबाद : लखनऊ को पीछे छोड़कर दूसरा सबसे महंगा शहर बना। सर्वे शुरू, नए रेट जल्द लागू होंगे।
  • कानपुर : नए सर्किल रेट प्रस्तावित, लेकिन अभी घोषणा बाकी।
  • वाराणसी, प्रयागराज, आगरा, झांसी, मेरठ, बरेली : इन शहरों में भी सर्किल रेट में बदलाव की प्रक्रिया शुरू, सर्वे चल रहा है।

रियल एस्टेट एक्सपर्ट्स की राय

रियल एस्टेट विशेषज्ञों का कहना है कि सर्किल रेट में बदलाव जरूरी था, क्योंकि कई इलाकों में मार्केट रेट पहले ही सर्किल रेट के करीब पहुंच चुके थे। इससे टैक्स चोरी की संभावना बढ़ रही थी। नए रेट लागू होने से न केवल सरकार का राजस्व बढ़ेगा, बल्कि रियल एस्टेट मार्केट में पारदर्शिता भी आएगी। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बदलाव लंबे समय तक स्थिरता लाएगा और प्रॉपर्टी मार्केट को और मजबूत करेगा।

प्रॉपर्टी टैक्स में छूट का मौका

लखनऊ नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स और यूजर चार्ज को एकमुश्त ऑनलाइन जमा करने पर 10% की छूट देने की घोषणा की है, लेकिन यह सुविधा 31 अगस्त 2025 तक ही उपलब्ध है। कमर्शियल बिल्डिंग्स पर ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से टैक्स जमा करने पर 5% की छूट मिल रही है, जो अप्रैल 2025 से लागू है और जल्द खत्म होने वाली है।

क्यों बढ़ रहे हैं सर्किल रेट?

  • विकास और मांग : नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ जैसे शहरों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और मेट्रो कनेक्टिविटी ने प्रॉपर्टी की मांग बढ़ा दी है।
  • पारदर्शिता : पुराने सर्किल रेट मार्केट रेट से काफी पीछे थे, जिससे टैक्स चोरी की गुंजाइश थी।
  • आर्थिक विकास : उत्तर प्रदेश के शहर तेजी से मेट्रो शहरों की तरह विकसित हो रहे हैं, जिससे जमीनों की कीमतों में इजाफा हो रहा है।

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Published on:
11 Aug 2025 05:16 pm
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