भोपाल। अयोध्या राम मंदिर में भगवान राम का अभिषेक 22 जनवरी को दोपहर अभिजीत मुहूर्त में होगा। मार्कंडेय मंदिर के पंडित रामनारायण आचार्य ने बताया कि राम ज्योति प्राण प्रतिष्ठा के समय नहीं, बल्कि राम ज्योति अंधेरा होने से पहले जलाएं।
राम ज्योति जलाने के लिए सरसों के तेल का प्रयोग करना चाहिए। घी का दीपक भी बेहतर है। इस दिन कम से कम 1 दीया जलाना चाहिए और आप चाहें तो 11 से 108 दीपक तक जला सकते हैं। 11 दीपक जलाना बहुत अशुभ होगा, क्योंकि भगवान राम ने रावण के 10 सिरों को मारकर विजय हासिल की थी।
प्राण प्रतिष्ठा: 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 84 सेकंड का शुभ मुहूर्त है। यह दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से लेकर 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक रहेगा। पीएम नरेंद्र मोदी रामलला की प्रतिमा की आंख पर बंधी पट्टी खोलेंगे और काजल लगाकर शीशा दिखाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम 12.05 से 12.55 बजे तक चलेगा।
5 दीपक पूजा स्थल पर रखें
राम ज्योति जलाने के बाद 5 दीपक अपने पूजा स्थान पर रख दें। बाकी के दीपक घर के मुख्य द्वार, आंगन समेत महत्वपूर्ण स्थानों पर रखे जा सकते हैं। राम ज्योति जलाने के लिए शुभ् करोति कल्याण्, आरोग्य धन स्पदा्, शत्रु बुद्धि विनाशाय, दीप् ज्योति नमोस्तुते मंत्र का जाप करें। राम का जाप करते हुए भी राम ज्योति जलाएं। राम नाम से बड़ा कुछ भी नहीं है।
रीवा से तैयार ध्वज मंदिर पर लहराएगा
राम मंदिर पर रीवा में तैयार ध्वज लहराएगा। केसरिया रंग का यह ध्वज सूर्यवंश का प्रतीक है। साथ ही अयोध्या का राजवृक्ष रहा कोविदार भी अंकित है।
पहले मंगल वादन
सुबह 10 बजे से मुहूर्त के ठीक पहले करीब दो घंटे तक शुभ मंगल ध्वनि का वादन किया जाएगा। इस मंगल वादन में उत्तर प्रदेश की पखावज, बांसुरी, ढोलक, कर्नाटक का वीणा, महाराष्ट्र का सुंदरी, दिल्ली की शहनाई, राजस्थान का रावणहत्था, बंगाल का श्रीखोल, सरोद, आंध्र का घटम सहित तमाम राज्यों के यंत्रों का वादन होगा।