Nand Lal Meena Passes Away: राजस्थान की राजनीति में चार दशकों से अधिक समय तक सक्रिय रहे पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा को रविवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
प्रतापगढ़। राजस्थान की राजनीति में चार दशकों से अधिक समय तक सक्रिय रहे और जनजातीय समाज की सशक्त आवाज बने पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा को रविवार को नम आंखों से अंतिम विदाई दी। प्रतापगढ़ जिले के अंबामाता स्थित उनके निजी आवास से अंतिम यात्रा निकली। जिसमें राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई मंत्री व नेताओं सहित हजारों कार्यकर्ता, आमजन और सैकड़ों की संख्या में जनप्रतिनिधि शामिल हुए। गौरतलब है कि नंदलाल मीणा का अहमदाबाद के अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया था, जिसके बाद उनका पार्थिव शरीर शनिवार रात प्रतापगढ़ लाया गया था।
रविवार सुबह 11 बजे उनकी अंतिम यात्रा निकली और अंबामाता स्थित श्मशान घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी हेलीकॉप्टर से प्रतापगढ़ पहुंचे और अंतिम यात्रा में शामिल होकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हेलीकॉप्टर से प्रतापगढ़ के अंबामाता का खेड़ा पहुंचे। वे हेलीपैड से सीधे दिवंगत नेता के आवास पर पहुंचे और पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा को श्रद्धांजलि दी। सीएम भजनलाल शर्मा ने राजस्व मंत्री हेमंत मीना को ढांढस बंधाया। सीएम यहां करीब 10 मिनट तक रुके और फिर जयपुर के लिए रवाना हो गए।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, सांसद सीपी जोशी, पूर्व विधायक अशोक नवलखा, पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय, विधायक श्रीचंद कपलानी, विधायक चंद्रपान सिंह आक्या, विधायक सुरेश धाकड़, विधायक अनिता कटारा, पूर्व मंत्री उदयलाल डांगी (वलभनगर), पूर्व मंत्री चुनीलाल गरासिया, भाजपा प्रदेश मंत्री पंकज पोरवाल, भाजपा प्रदेश मंत्री कन्हैयालाल मीणा, बाप पार्टी विधायक थावरचंद मीणा, पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना, पूर्व विधायक रत्नलाल मीणा सहित अनेक जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। प्रशासनिक स्तर पर आईजी गौरव श्रीवास्तव, जिला कलेक्टर डॉ. अंजलि राजोरिया, पुलिस अधीक्षक बी. आदित्य शाहिद एवं अन्य विभागीय अधिकारी भी उपस्थित रहे।
पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा का राजनीतिक सफर बेहद लंबा रहा। वे कुल सात बार विधायक, चार बार मंत्री और एक बार सांसद रहे। अपने राजनीतिक जीवन में उन्होंने जनजातीय समाज की आवाज को मजबूती से राजनीति की मुख्यधारा तक पहुंचाया और हमेशा क्षेत्र के विकास के लिए कार्यरत रहे। अंतिम यात्रा में उमड़े जनसैलाब ने यह साबित कर दिया कि नंदलाल मीणा केवल एक नेता ही नहीं, बल्कि आमजन के बीच जनसेवक और प्रेरणा के स्रोत के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे।