प्रयागराज डीएम मनीष कुमार वर्मा ने जिले की मुख्य विकास अधिकारी को नोटिस जारी कर यह स्पष्ट कर दिया कि कोई भी लापरवाही करेगा उसे कार्रवाई झेलनी पड़ेगी। CDO के खिलाफ जारी नोटिस से सभी अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
Prayagraj News: पिछले कुछ समय से प्रयागराज में सरकार की योजनाओं और व्यवस्थाओं में लापरवाही के चलते जिले की रिपोर्ट काफी गड़बड़ चल रही है। लगातार कई महीनों से प्रयागराज सीएम डेशबोर्ड पर 75वें स्थान पर चल रहा है। जिले के डीएम मनीष कुमार वर्मा ने चार्ज लेते ही इसे सुधारने का मन बनाया और सभी अधिकारियों के साथ मीटिंग कर मन से काम करने का निर्देश देते हुए खुद भी जुट गए। डीएम मनीष कुमार ने हर दिन के कार्यों की समीक्षा भी करनी शुरू कर दी। दिन बदलते गए लेकिन परिणाम नहीं बदला। जिसका कारण साफ था कि अधिकारियों की लापरवाही और शिथिलता अभी भी जारी थी।
कई अधिकारियों पर कार्रवाई
जिले की व्यवस्था सुधारने के लिए डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कई अधिकारियों का ट्रांसफर किया, कई को नोटिस दिया कई अफसरों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी लेकिन उसके बाद भी अपेक्षित परिणाम नहीं आए। हलांकि जिलाधिकारी ने सभी को चेतावनी दी है कि काम नहीं करने की आदत न बदलने वाले अफसरों को बड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
CDO समेत कई को नोटिस
अभी दो दिन पहले डीएम मनीष कुमार वर्मा ने फिर से कार्यों की समीक्षा की। जिसमें डिजिटल क्रॉप सर्वे के काम में बड़ी शिथिलता मिलने पर मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह, सभी ADM, जिले के सारे SDM और जिला पंचायती राज अधिकारी के अलावा उप कृषि निदेशक को कारण बताओ नोटिस जारी किया।
CDO समेत इन अधिकारियों को नोटिस जारी होते ही हड़कंप मचा हुआ है। डीएम की मंशा साफ है कि कोई भी हो काम नहीं करने पर कार्रवाई होगी।
जिले में पहले से थी CDO की लापरवाही की चर्चा
प्रयागराज की CDO हर्षिका सिंह द्वारा कार्यों में लापरवाही की चर्चा पहले से ही थी। लोगों का आरोप था कि वह समय से कार्यालय नहीं पहुंचती, और न ही वो जनता की समस्याओं को सुनतीं हैं। अपनी समस्या लेकर उनके कार्यालय आने वाले फरियादी शायद ही कभी उनसे मिल पाते हों। CDO की इस कार्यशैली से जनता की समस्याएं हल होने के बजाय बढ़ रही हैं। हालांकि जब डीएम ने लापरवाह अधिकारियों को चिन्हित करना शुरू किया तो CDO भी उसमें आई हैं। मुख्य विकास अधिकारी के इस रवैये न सिर्फ जनता परेशान है बल्कि शासन की योजनाओं को भी चोट लग रही है।