UP TET को ऐन वक्त पर स्थगित किए जाने से 15 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी असमंजस में हैं। परीक्षा क्यों स्थगित की गई है। इस विषय में अभी फिलहाल कोई जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन आयोग के मुताबिक जल्द ही नई तिथियां का ऐलान हो सकता है।
उत्तर प्रदेश में शिक्षक बनने की तैयारी कर रहे लाखों युवाओं के लिए एक बार फिर झटका लगा है। UP TET को लेकर बड़ा फैसला सामने आया है। परीक्षा को ऐन वक्त पर टाल दिया गया है। जिससे अभ्यर्थियों में असमंजस और चिंता दोनों बढ़ गई हैं।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के नए अध्यक्ष और राज्य के पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार ने मंगलवार को पद संभालने के बाद पहली अहम बैठक की। इसी बैठक में 29 और 30 जनवरी को प्रस्तावित UP TET (शिक्षा पात्रता परीक्षा) को स्थगित करने का निर्णय लिया गया। हालांकि आयोग की ओर से यह साफ नहीं किया गया है कि परीक्षा किन कारणों से टाली गई है। केवल इतना कहा गया है कि नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।
यह परीक्षा इसलिए भी खास मानी जा रही थी। क्योंकि UP TET वर्ष 2022 के बाद पहली बार आयोजित होने वाली थी। लंबे समय से इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को उम्मीद थी। कि अब भर्ती प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। लेकिन परीक्षा टलने से उनकी निराशा बढ़ गई है। इस फैसले का असर सीधे तौर पर 15 लाख से ज्यादा उम्मीदवारों पर पड़ा है। इसी बीच TET को लेकर सुप्रीम कोर्ट का एक अहम फैसला भी चर्चा में है। 1 सितंबर 2025 को सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु और महाराष्ट्र से जुड़े एक मामले की सुनवाई के दौरान कहा था कि जिन शिक्षकों की नौकरी में अभी 5 साल से अधिक का समय बचा है। उनके लिए TET पास करना अनिवार्य होगा। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि TET क्वॉलिफाई नहीं करने पर शिक्षक को या तो इस्तीफा देना होगा या फिर अनिवार्य सेवानिवृत्ति का सामना करना पड़ेगा।
इस फैसले के बाद देशभर में करीब 10 लाख शिक्षक प्रभावित हुए हैं। अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 2 लाख शिक्षकों पर इसका सीधा असर पड़ा है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा है कि अल्पसंख्यक शिक्षण संस्थानों पर यह नियम लागू होगा या नहीं, इस पर अंतिम फैसला बड़ी पीठ करेगी। UP TET के स्थगन और सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बीच अभ्यर्थी और शिक्षक दोनों ही फिलहाल असमंजस की स्थिति में हैं। अगली घोषणा का इंतजार कर रहे हैं।