Sudha Singh Joins Rajiv Gandhi Khel Ratna Award Selection Committee: भारत की अंतरराष्ट्रीय धाविका और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित रायबरेली की बेटी सुधा सिंह को राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार चयन समिति का सदस्य बनाया गया है। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने यह मनोनयन जारी किया है, जिसके बाद से खेल जगत और रायबरेली में खुशी की लहर दौड़ गई है। सुधा सिंह के चयन को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
Rajiv Gandhi Khel Ratna Award Selection Committee: भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार की चयन प्रक्रिया अब और भी अधिक अनुभवी व पारदर्शी हाथों में होगी। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता, ओलंपियन और पद्मश्री सम्मानित सुधा सिंह को इस प्रतिष्ठित चयन समिति में सदस्य के रूप में नामित किया है। उनके मनोनयन की खबर जैसे ही जिले तक पहुँची, खेल प्रेमियों, खिलाड़ियों और सामाजिक संस्थाओं में जश्न का माहौल बन गया। रायबरेली की यह बेटी एक बार फिर राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय खेल मंच पर जिले का नाम रोशन कर रही है।
रायबरेली में जन्मी और पली-बढ़ी सुधा सिंह ने अपने अथक परिश्रम, फिटनेस और मानसिक मजबूती के दम पर विश्व स्तर पर भारत का तिरंगा लहराया।
सुधा रेलवे में गजेटेड अधिकारी हैं और अभी भी युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित करने में सक्रिय भूमिका निभाती हैं। उनका नाम भारत के सबसे सफल स्टिपलचेज़ धावकों में लिया जाता है।
ऐसे खिलाड़ियों के चयन के लिए जिस खेल और मेहनत की गहरी समझ चाहिए, वह सुधा सिंह के पास है। वे खुद इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की हकदार रही हैं, इसलिए वे जानती हैं कि एक खिलाड़ी किस संघर्ष से इस स्तर तक पहुँचता है। एएफआई अध्यक्ष बहादुर सिंह सागू के अनुसार सुधा सिंह की मौजूदगी चयन प्रक्रिया को खिलाड़ियों के हित में और मजबूत करेगी। वे देश की नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं।”
रायबरेली जैसे उभरते खिलाड़ी-समृद्ध जिले के लिए यह बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। स्थानीय खेल संगठनों और प्रशिक्षकों ने इसे इतिहास में स्वर्णाक्षरों से लिखे जाने योग्य बताया।
अजय सिंह चंदेल, मुन्नालाल साहू, लक्ष्मीकांत शुक्ला रोटरी क्लब के राजीव भार्गव आदि सभी का कहना था कि यह सिर्फ सुधा सिंह की नहीं बल्कि रायबरेली के हर खिलाड़ी की जीत है।
स्थानीय कोचों ने कहा कि सुधा सिंह का चयन साबित करता है कि मेहनत और लगन से छोटे शहर से भी विश्व तक पहचान बनाई जा सकती है।
भारत में खेलों में महिलाओं की भागीदारी अब तेजी से बढ़ रही है। सुधा सिंह के समिति सदस्य बनने को महिलाओं की निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
मनोनयन के बाद सुधा सिंह ने कहा कि देश के सर्वोच्च खेल सम्मान की चयन समिति का हिस्सा बनना मेरे लिए गर्व और जिम्मेदारी है। मैं हमेशा खिलाड़ी हित को प्राथमिकता दूंगी और हर चयन निष्पक्ष होगा। उन्होंने रायबरेली के युवाओं से कहा कि खेलो, आगे बढ़ो, मेहनत और अनुशासन से कोई भी मंज़िल दूर नहीं।