CG News: भुइयां सॉटवेयर में बदलाव के चलते करीब 4 दिनों से यह दिक्कत आ रही है जिसके कारण बदले गए पटवारियों के हल्के में काम-काज में समस्या आने लगी है..
Bhunaksha Chhattisgarh: भुइयां सॉटवेयर में हुआ अपडेट अब राजस्व कर्मचारी व भू-स्वामियों के लिए सिरदर्द बन गया है। एन वक्त में पटवारियों का फेरबदल होने के कारण नए हल्के में उक्त एप में पटवारियों का डीएससी (डिजीटल सिग्नेचर) रजिस्टर्ड नहीं हो पा हा है जिसके कारण काम-काज प्रभावित हो रहा है।
मई के शुरूआत में शासन ने भुइयां एप (Bhunaksha Chhattisgarh ) में बदलाव किया है साथ ही राजस्व कर्मचारी पटवारी, आरआई व अधिकारियों के लिए ईजी डीएससी एप लॉंच किया गया है। ईजी डीएससी एप लॉंच होने के बाद नए पटवारियों का इस एप में डीएससी रजिस्टर्ड नहीं हो रहा है। गौर किया जाए तो पिछले दिनों तत्कालीन कलेक्टर के आदेश पर हल्का पटवारियों में फेरबदल किया गया है। रायगढ़ अनुविभाग में कुछ गिने चुने लोगो ंको छोड़कर करीब करीब सभी का तहसील बदल दिया गया है।
इसके कारण अधिकांश पटवारी हल्के में नए हैं जिसके कारण इनको एप में डीएससी रजिस्टर्ड करना पड़ रहा है, लेकिन राजस्व कर्मचारी जब ईजी डीएससी एप में डीएससी रजिस्टर्ड कर रहे हैं तो प्रोसस पूरा नहीं हो पा रहा है। करीब 4 दिनों से यह दिक्कत आ रही है जिसके कारण बदले गए पटवारियों के हल्के में काम-काज में समस्या आने लगी है। बताया जाता है कि डीएससी रजिस्टर्ड नहीं होने के कारण सुशासन दिवस में आए कई आवेदनों का निराकरण करने में भी समस्या आ रही है।
बताया जाता है कि एप के अपडेशन के कारण कई रिकार्ड भी बदल गया है। कुछ किसानों ने पुसौर क्षेत्र में शिकायत किया है जिसमें बताया गया है कि संबंधित किसान के खसरे नंबर में ऑनलाईन रिकार्ड भुइयां में किसी दूसरे का नाम दर्ज हो गया है। ऐसी कई शिकायत रायगढ़ पुसौर क्षेत्र में आना बताया जा रहा है।
इस समस्या को लेकर जब अधिकारियों तक बात पहुंच रही है तो किसी तरह से इस एप में डीएससी रजिस्टर्ड कराने के लिए रायपुर एनआईसी से चर्चा कर समाधान कराया जा रहा है, लेकिन अभी तक गिने चुने कर्मचारियों का ही डीएससी रजिस्टर्ड हो पाया है कईयों ने तो अब तक प्रयास भी नहीं किया है।
इस मामले को लेकर एसडीएम प्रवीण तिवारी से चर्चा करने मोबाईल पर संपर्क किया गया तो फोन की घंटी बजती रही, कोई जवाब नहीं मिला। वहीं तहसीलदार शिव डनसेना से चर्चा किया गया तो बदलाव की बात को स्वीकार किया गया लेकिन समस्या को लेकर सवाल किया गया तो मीटिंग में होने की बात कही गई।