Elephant Terror: रायगढ़ में एलिफेंट अटैक की घटना फिर हुई है। यहां हाथी के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। लोगों के अंदर हाथियों के हमले को लेकर दहशत है।
Elephant Terror: धरमजयगढ़ वनमंडल के लैलूंगा वन परिक्षेत्र में हाथी के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक की पहचान अघनु अगरिया (45 वर्ष) के रूप में हुई है, जो ग्राम बगुडेगा का निवासी था। हाथी ने घर की दीवार तोड़ दिया था। इस समय अघनु ने भागने की कोशिश की, लेकिन हाथी ने उसे पकड़ लिया और पटक कर उसकी जान ले ली। वन विभाग ने पीड़ित परिवार को 25,000 रुपए की तत्कालिक सहायता दी है और मामले की जांच की जा रही है।
इस संबंध में मिली जानकारी अनुसार बीते 12 नवंबर की रात राजपुर सर्किल स्टाप द्वारा ग्राम बगुडेगा, लगनटिकरा, बैगिनझरिया एवं लखपहरी में वन्य प्राणी हाथी की सूचना एवं हाथी की निगरानी स्टाफ द्वारा की जा रही थी। 13 नवंबर की सुबह परिसर रक्षक बगुडेगा योगेश कुमार लकड़ा के द्वारा सूचना दी गई कि ग्राम (लगनटिकरा) बगुडेगा के एक व्यक्ति को जंगली हाथी ने जान ले ली है।
उक्त घटना की सूचना मिलने पर वन परिक्षेत्र अधिकारी लैलूंगा के साथ घटना स्थल पहुंचे। वहीं व मृतक के संबंध में आवश्यक जानकारी प्राप्त किया गया। मृतक अघनु अगरिया पिता गोहानू अगरिया उम्र 45 वर्ष निवासी बगुडेगा का निवासी है। घटना 12 नवंबर की रात्रि जो घर में अकेला था।
बताया जा रहा है कि हाथी द्वारा उनके घर की दीवार को तोड़ा जा रहा था। इस समय उसके कुत्ते की भौंकने की आवाज सुनकर अघनु घर से निकल कर देखा तो हाथियों द्वारा दीवार तोड़ा जा रहा था। उसे देखकर वह अपने घर से भागने लगा। इस बीच करीब 100 मीटर की दूरी पर ही एक अन्य हाथी से उसका आमना-सामना हो गया। इस समय हाथी ने उसे पकड़ कर पटक दिया। इससे उसकी मौके पर मौत हो गई। सुबह परिजनों द्वारा खोजबीन किए जाने पर मृत अवस्था में पाया गया। परिजनों द्वारा परिसर रक्षक बगुडेगा को सूचना दी गई।
घटना स्थल पर पहुंचकर मौका निरीक्षण किया गया कि अघनु अगरिया का शव कक्ष क्रमांक 161 पी.एफ.. के लगभग 800 मी. दूरी पर पड़ा मिला। वहीं आसपास हाथियों के पैरो के निशान स्पष्ट रूप से पाए गए। ऐसे में पुलिस बल के सहयोग से मृतक के शव को पीएम के लिए सामुदायिक स्वास्थ केन्द्र लैलूंगा लाकर रखा गया। सुबह पोस्ट मार्टम के बाद शव को परिजनों को सौप दिया गया। वहीं मृतक की पत्नी राजकुमारी अगरिया को तत्कालिक सहायता राशि 25 हजार रुपए प्रदान की गई है।
धरमजयगढ़ वनमंडल का वन परिक्षेत्र लैलूंगा हाथी प्रभावित क्षेत्र है। उक्त घटना क्षेत्रों में जंगली हाथी विचरण की हाथी ट्रेकर्स के द्वारा हाथियों की लगातार ट्रैकिंग की जा रही है। इसकी सूचना वाट्सअप ग्रुप के माध्यम से व हाथी मित्र दल के माध्यम से वन क्षेत्र एवं आस-पास के गांव में मुनादी कराकर सिहत लाउड स्पीकर के माध्यम से एवं वन कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन हाथियों के विचरण की सूचना ग्रामीणों को दी जा रही है। ग्रामीणों को हाथी प्रभावित क्षेत्रों में अन्य कार्यों के लिए नहीं जाने की समझाइश प्रतिदिन दी जा रही है।