monsoon 2024: 17 जून तक मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय होने के आसार हैं इसके बाद अंधड़ और गरज-चमक के साथ वज्रपात व वर्षा में वृद्धि होने का सिलसिला जारी रहेगा।
Monsoon 2024: नवतपा खत्म होने के बाद बीच-बीच में आंधी व हल्की बारिश के बीच ठंडी हवा आने से कुछ दिनों तक हल्की राहत मिली थी, लेकिन अब फिर सुबह से चिलचिलाती धूप की वजह से अधिकतम तापमान में वृद्धि होने लगी है। हालांकि बीच-बीच में हल्की बादल भी आ रहा है। इससे गर्मी के साथ उमस भी बढ़ रही है। इससे लोग उमस भरी गर्मी से हलाकान हो रहे हैं। जब तक मानसून नहीं आ जाता तब तक लोगों को गर्मी से निजात मिलने की संभावना नहीं है। हालांकि सप्ताहभर पहले अलग-अलग क्षेत्रों में आंधी के साथ हल्की बारिश होने से तीन-चार दिनों तक काफी राहत थी।
पूर्व में अनुमान लगाया जा रहा था कि इस साल मानसून जल्दी आएगा, लेकिन मानसून की गति कम होने के कारण अभी तक प्रदेश में नहीं पहुंच पाया है। ऐसे में अब माना जा रहा है कि अपने निर्धारित समय से तीन से चार दिन बाद ही आ सकता है।
मौसम विभाग की माने तो फिलहाल मानसून दक्षिण-पश्चिम की उत्तरी सीमा नवसारी, जलगांव, अमरावती, चंद्रपुर, बीजापुर, विजयनगरम, सुकमा की ओर रूका है। साथ ही एक द्रोणिका पूर्वी उत्तर प्रदेश से नगालैंड तक 0.9 किमी ऊंचाई तक बना हुआ है। ऐसे में गुरुवार को प्रदेश के अलग-अलग जिले के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ छींटे पड़नें की संभावना व्यक्त की गई है।
जिले में विगत दो माह से पड़ रही भीषण गर्मी से लोग परेशान हो चुके हैं। ऐसे में अब मानसून की बेसब्री से इंतजार होने लगा है। मानसून के साथ दो-तीन दिनों तक लगातार बारिश होने पर गर्मी से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। दूसरी ओर मौजूदा समय में उमस भी गर्मी से सेहत पर भी असर पड़ने लगा है। इसका असर खासकर बच्चों व बुजुर्गों पर देखने को मिल रहा है।
छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री हो चुकी है। मानूसनी हवाएं बीजापुर तक पहुंच चुकी हैं। 17 जून तक मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय होने के आसार हैं इसके बाद अंधड़ और गरज-चमक के साथ वज्रपात व वर्षा में वृद्धि होने का सिलसिला जारी रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक बीजापुर 45.0, उसूर 43.0 और ओरछा 35.0 मिमी बारिश हुई। जिसके बाद मौसम विभाग ने मानसून आने की घोषणा जारी की है। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि प्रदेश में मानसून को रोकने वाला मराठवाड़ा में बना चक्रवाती समाप्त हो गया है जिससे मानसून तेजी से आगे बढ़ा रहा है।
रायपुर,बालोद, बस्तर, बीजापुर, दंतेवाड़ा, धमतरी, दुर्ग, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी, नारायणपुर, राजनांदगांव में अलग-अलग स्थानों पर 30-40 किमी प्रति घंटे की सतही हवा के साथ मध्यम गरज और बिजली गिरने की संभावना है।
जिले का तापमान 44 डिग्री से ऊपर पहुंच गया था। हालांकि इसके बाद कुछ गिरावट दर्ज की गई। बारिश नहीं होने के कारण उमस बढ़ गया है। इससे लोग डिहाईड्रेशन के चपेट में आ रहे हैं। इस साल गर्मी अधिक पड़ने के कारण एनिमिया के मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है। यही वजह है कि इन दिनों मौसमी बीमारी से पीडित होकर लोग पहुंच ही रहे हैं। चिकित्सकों का का कहना है कि अधिक गर्मी के चलते इस तरह की समस्या बढ़ रही है। जब तक मौसम में ठंडक नहीं आ रही है तब तक लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है।