CG News: राज्य में 45% और रायपुर में सिर्फ 18% पंजीकरण, जबकि रजिस्टर्ड शिक्षकों में 91% अनुपस्थित पाए गए।
CG News: शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन अटेंडेंस के लिए वीएसके (विद्या समीक्षा केंद्र) ऐप पूरे राज्य में लागू कर दिया गया है। लेकिन ऐप को डाउनलोड करने में शिक्षक रुचि नहीं दिखा रहे हैं। राज्य में लगभग 80 हजार शिक्षकों ने ऐप डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन किया है। यानी राज्य में कार्यरत कुल 1,78,731 शिक्षकों का लगभग 45 फीसदी है। राजधानी रायपुर में ही मात्र 18 फीसदी शिक्षकों ने वीएसके ऐप में रजिस्ट्रेशन किया है।
रायपुर जिले में कुल 8503 शिक्षक कार्यरत है। इसमें से 1599 शिक्षक ही रजिस्टर्ड है। वहीं, 15 दिसंबर के डेटा के अनुसार, कुल रजिस्टर्ड शिक्षकों में से 91.43 फीसदी यानी 1462 शिक्षक अनुपस्थित रहे। इसे देखते हुए जिला शिक्षा अधिकारी ने ऐप डाउनलोड कराने के लिए सभी संस्था प्रमुखों को आदेश भी जारी किया है।
वीएसके ऐप सितंबर माह में ही पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे महासमुंद, बेमेतरा, सूरजपुर, दंतेवाड़ा और रायगढ़ में लागू किया गया था। उसके बाद विभाग की ओर से इसे सभी जिलों में लागू कर दिया गया है। जानकारों के अनुसार, ऐप डाउनलोड करने में शिक्षकों को कई दिक्कतें आ रही हैं। वहीं, पहले पांच जिन जिलों में शुरू किया गया था, डाउनलोड उन्हीं जिलों में ज्यादा होंगे। बाकि जगह रजिस्ट्रेशन बहुत ही कम है।
जानकारों ने बताया कि ऐप से शिक्षकों की रियल टाइम उपस्थिति का पता चलेगा। साथ ही गड़बड़ी कर अटेंडेंस लगाने वाले शिक्षकों पर लगाम लगाई जा सकेगी। ऐेप विद्या समीक्षा केंद्र द्वारा संचालित है, जो डेटा-संचालित निर्णय लेने के लिए स्कूलों से वास्तविक समय का डेटा एकत्र करता है और उसका विश्लेषण करता है।
ऐप से शिक्षक और छात्र की उपस्थिति दर्ज की जाती है। हाजिरी दर्ज करने के लिए शिक्षक को स्कूल के 100 मीटर के दायरे में होना चाहिए। शिक्षकों को ऐप के माध्यम से छुट्टी और अन्य ड्यूटी के लिए आवेदन करने और उसके अनुमोदन की स्थिति की सुविधा मिलती है। ऐप एआई का उपयोग करके स्कूलों से वास्तविक समय का डेटा एकत्र और विश्लेषण करता है।
CG News: जिला शिक्षा अधिकारी हिमांशु भारती ने एक और आदेश जारी किया है। इसमें उन्होंने कहा है कि विद्या समीक्षा केंद्र द्वारा तैयार ऐप को डाउनलोड कर रजिस्टर करके नियमित शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज किया जाना है। इसलिए ऐप में नियमित रूप से शिक्षकों व विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज करना सुनिश्चित करें।