रायपुर

केंचुआ के काटने से हो रही BLO की मौत… SIR पर पूर्व CM भूपेश बघेल के बयान से गरमाई सियासत

Bhupesh Baghel on SIR: भूपेश बघेल ने SIR प्रक्रिया, धान खरीदी, बढ़ी हुई गाइडलाइन दरों और केंद्र सरकार पर तीखे राजनीतिक तंज कसे।

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Nov 25, 2025
SIR पर पूर्व सीएम भूपेश बघेल का बयान (photo source- Patrika)

Bhupesh Baghel on SIR: छत्तीसगढ़ में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर चुनाव आयोग और सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि SIR प्रोसेस में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियां हो रही हैं और BLO पर लगातार दबाव पड़ रहा है।

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Bhupesh Baghel on SIR: बीएलओ पर दबाव और धमकी का आरोप

राजीव भवन में रिपोर्टर्स से बात करते हुए बघेल ने कहा कि BLOs को BJP सपोर्टर्स धमका रहे हैं। उन्होंने मज़ाक में कहा कि एक BLO की केंचुए के काटने से मौत, इलेक्शन कमीशन के काटने से मौत जैसी है, जिसका मतलब था कि इलेक्शन कमीशन के प्रोसीजर BLOs के लिए बोझ बन गए हैं। उन्होंने दावा किया कि SIR फॉर्म अपलोड नहीं हो रहे हैं, और सिस्टम में सिर्फ़ एक या दो ही अपलोड हो रहे हैं। देवभोग में, तीन घंटे में सिर्फ़ आठ फॉर्म जमा हुए-यह खराब SIR सिस्टम को दिखाता है।

नाम काटने की तैयारी का आरोप

Bhupesh Baghel on SIR: भूपेश बघेल ने SIR को "बड़े पैमाने पर भर्ती की तैयारी" बताया। उन्होंने कहा कि सरकार बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा उठा रही है, लेकिन अभी तक कोई पक्का डेटा नहीं दिया है। पूर्व CM ने आरोप लगाया कि एग्रीटेक पोर्टल में गड़बड़ी की वजह से हज़ारों किसान धान की खरीद से बाहर हो गए हैं। सर्वर डाउन है, जिससे किसानों को टोकन नहीं मिल पा रहे हैं। उन्होंने कहा, "सरकार लाखों किसानों और आदिवासी पट्टाधारकों से धान खरीदना ही नहीं चाहती है।

पीएम मोदी के दौरे पर तंज

भूपेश बघेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी कई बार मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के दौरे पर आए हैं और उनकी तारीफ की है, ताकि कॉरपोरेट घरानों को कोयला क्षेत्रों से फायदा मिल सके। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आदिवासियों की जमीन और खनिज कॉरपोरेट कंपनियों को देने की तैयारी कर रही है।

जमीन गाइडलाइन बढ़ाने पर निशाना

Bhupesh Baghel on SIR: कांग्रेस नेता ने कहा कि BJP सरकार ने अचानक ज़मीन के लिए कलेक्टर गाइडलाइन बढ़ा दी, जिससे व्यापारियों में इसका बहुत विरोध हुआ। उन्होंने मोतीपुर में ज़मीन की कीमत 2 करोड़ रुपये प्रति एकड़ होने का उदाहरण दिया, जबकि असल मार्केट रेट 20-30 लाख रुपये प्रति एकड़ है। बघेल ने कहा, "ऐसी गाइडलाइन से बैंकों में घबराहट पैदा होगी और लोगों के लिए ज़मीन खरीदना मुश्किल हो जाएगा।"

SIR में गलत जांच का आरोप

भूपेश बघेल ने बताया कि उन्हें भी SIR फ़ॉर्म दिया गया, जबकि उनके परिवार के सदस्य ने वोट नहीं दिया—इससे पता चलता है कि वेरिफ़िकेशन ठीक से नहीं हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि बॉर्डर की सुरक्षा केंद्र सरकार की ज़िम्मेदारी है, लेकिन BJP नेता घुसपैठ का मुद्दा उठाकर राज्य सरकार पर इल्ज़ाम लगाने की कोशिश कर रहे हैं।

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Updated on:
25 Nov 2025 07:26 pm
Published on:
25 Nov 2025 07:25 pm
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