रायपुर

BJP-कांग्रेस आमने-सामने, स्मार्ट सिटी के 19.50 करोड़ के बीच बड़ा सवाल- एक चौपाटी बंद, दूसरी क्यों चालू?

CG News: रायपुर के एजुकेशन हब में साइंस कॉलेज मैदान के पास यूथ हब फूड कोर्ट चौपाटी बर्बाद हो चुकी है। परंतु राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है।

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Nov 25, 2025
BJP-कांग्रेस आमने-सामने, स्मार्ट सिटी के 19.50 करोड़ के बीच बड़ा सवाल- एक चौपाटी बंद, दूसरी क्यों चालू?(photo-patrika)

CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर के एजुकेशन हब में साइंस कॉलेज मैदान के पास यूथ हब फूड कोर्ट चौपाटी बर्बाद हो चुकी है। परंतु राजनीतिक पारा चढ़ा हुआ है। इसे लेकर एक सवाल यह उठ रहा है कि यदि सरकारी कोष से करोड़ों रुपए का यह निर्माण अवैध था तो बूढ़ातालाब के पाथवे पर छात्राओं के स्कूल गेट से लेकर आबाद हो रही चौपाटी वैध कैसे है? इस मसले पर भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं।

CG News: फूड कोर्ट चौपाटी बंद, राजनीति तेज

इस दौरान पत्रिका पड़ताल में यह सामने आया कि स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा केंद्र सरकार से नियुक्त कंसल्टेंटी के प्रस्ताव पर प्रोजेक्ट तैयार किए गए। इसी के तहत आमापारा चौक के करीब आरडी तिवारी आत्मानंद हायर सेकंडरी स्कूल से लेकर पंडित रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी तक इस क्षेत्र को एजुकेशन हब के दायरे में रखा गया।

क्योंकि राजकुमार कॉलेज, आयुर्वेदिक कॉलेज, साइंस कॉलेज, एनआईटी जैसे संस्थान हैं। इसी दायरे में ऑक्सी रीडिंग जोन और सेंट्रल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं मुहैया कराई गईं। साथ ही इंदौर की तर्ज पर साइंस कॉलेज मैदान से लगे हुए एक हिस्से पर यूथ हब फूड कोर्ट बनाना तय किया गया। यह प्रक्रिया 2017-18 से शुरू कर दी गई थी। तब प्रदेश में भाजपा सरकार थी।

अवैध का सवाल नहीं, नियमों के तहत निर्माण

स्मार्ट सिटी कंपनी पूर्व महाप्रबंधक तकनीकी पंकज कुमार पंचायती ने कहा की स्मार्ट सिटी प्लान के तहत यूथ हब चौपाटी का निर्माण कराया गया है। इसके लिए नियमानुसार पूरी प्रक्रिया की गई है। अवैध कहना उचित नहीं है। सरकारी जमीन के उपयोग का अधिकार कलेक्टर को होता है। वह स्मार्ट सिटी कंपनी बोर्ड के अध्यक्ष होते हैं। खेल संचालक के साथ बैठक में सहमति से यूथ हब चौपाटी साइंस कॉलेज मैदान के पास बनाई गई।

पूर्व संसदीय सचिव विकास उपाध्याय ने कहा की स्मार्ट सिटी कंपनी के बोर्ड में उस समय सांसद सुनील सोनी, विधायक और वरिष्ठ मंत्री बृजमोहन अग्रवाल थे, उनकी भूमिका तय होनी चाहिए। करोड़ों रुपए को जिस तरह बर्बाद किया गया, उसकी वसूली विधायक मूणत और महापौर से की जाए। स्मार्ट सिटी के आमानाका ओवरब्रिज के पास वेंडर जोन में आमापारा से एनआईटी चौक तक रोड से ठेले वालों को शिट करने का प्लान था।

31 मई 2023 में निर्माण, 6 करोड़ 12 लाख में पूरा

स्मार्ट सिटी कंपनी के दस्तावेजों के अनुसार चौपाटी का निर्माण 31 मई 2023 को पूरा हुआ। 6 करोड़ 12 लागत की लागत से 60 कियोस्क, 57 टेन्साइल कैनोपी, विद्युत पोल, बैठक व्यवस्था सुलभ शौचालय जैसे कार्य कराए गए। इसके बाद स्मार्ट सिटी कंपनी संचालन के लिए ऑनलाइन टेंडर जारी किया।

5 अक्टूबर 2023 को एजेंसी मेसर्स गुरु हरकिशन होटल एण्ड रिसोर्ट्स को संचालन ठेका दिया गया। तीन साल के लिए बिजली, पानी, सफाई और सुरक्षा व्यवस्था की जिमेदारी इसी एजेंसी की होगी। ठेकेदार हर साल कुल 33 लाख रुपए निगम को देगा।

सरकारी धन से अवैध निर्माण का सवाल फिर उठा

दिसंबर 2019 में सत्ता परिवर्तन के बाद स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा यूथ हब प्लान के तहत एक साथ 19 करोड़ 50 लाख रुपए का टेंडर जारी किया गया। इस फंड से शहर के बीच मोतीबाग में तक्षशिला रीडिंग जोन, सेंट्रल लाइब्रेरी के पीछे कला, संस्कृति केंद्र, अनुपम गॉर्डन में पाथवे निर्माण और साइंस कॉलेज मैदान के पास यूथ हब फूड कोर्ट का निर्माण कराना तय किया गया।

चूंकि यह जगह सरस्वती नगर थाना के ठीक सामने थी, इसलिए कंसल्टेंसी ने उपयुक्त पाया। स्मार्ट सिटी के इंजीनियरों ने डिजाइन तैयार यूथ हब फूड कोर्ट का निर्माण कराया। परंतु कोरोनाकाल की वजह से यह कार्य काफी प्रभावित हुआ और निर्माण 2023 तक पूरा हो पाया। 2021 में चौपाटी का विरोध करते हुए राजेश मूणत ने तीन दिनों तक धरना-प्रदर्शन किया था।

Published on:
25 Nov 2025 11:02 am
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