CG Liquor Scam: आबकारी सिंडीकेट में शामिल अधिकारियों के निर्देश पर डिस्टलरियों में अतिरिक्त शराब निर्माण कर, ट्रकों में शराब भरकर चुने हुए जिलों के अधिक बिक्री वाले देशी शराब दुकानों में भेजे जाते थे।
CG Liquor Scam: ईओडब्ल्यू ने 2161 करोड़ के शराब घोटाले में 29 आबकारी अधिकारियों के खिलाफ 2238 पेज का चालान पेश किया है। इसमें 138 पेज की समरी में आबकारी अधिकारियों की भूमिका का उल्लेख करते हुए बताया गया है कि किस तरह से अन-एकाउंटेड बिना ड्यूटी पेड शराब की बिक्री होती थी। चालान को 29 बंडलों में कोर्ट में लाया गया था। अब इस प्रकरण की सुनवाई 20 अगस्त को होगी।
आबकारी सिंडीकेट में शामिल अधिकारियों के निर्देश पर डिस्टलरियों में अतिरिक्त शराब निर्माण कर, ट्रकों में शराब भरकर चुने हुए जिलों के अधिक बिक्री वाले देशी शराब दुकानों में भेजे जाते थे। इस तरह की शराब को बिना किसी प्रकार का शासकीय शुल्क/ड्यूटी पटाये, नियमत: डिस्टलरी से वेयर हाऊस/शासकीय डिपो से मांग के आधार पर दुकानों में वैध शराब के समानांतर बेची गई। अधिकारी इस अवैध शराब बिक्री के लिए राज्य स्तर पर समन्वय का कार्य करते थे।
CG Liquor Scam: जनार्दन कौरव, अनिमेष नेताम, विजय सेन शर्मा, अरविंद कुमार पाटले, प्रमोद कुमार नेताम,रामकृष्ण मिश्रा, विकास कुमार गोस्वामी, इकबाल खान, नितिन खंडुजा, नवीन प्रताप सिंह तोमर, मंजुश्री कसेर, सौरभ बख्शी, दिनकर वासनिक, मोहित कुमार जायसवाल, नीतू नोतानी ठाकुर, गरीबपाल सिंह दर्दी, नोहर सिंह ठाकुर, सोनल नेताम, प्रकाश पाल, अलेख राम सिदार,आशीष कोसम, एके सिंह, राजेश जायसवाल, जेआर मंडावी , जीएस नुरूटी, देवलाल वैध, एके अनंत, वेदराम लहरे, एलएल ध्रुव के नाम शामिल हैं।