
ड्रोन (फाइल फोटो-ANI)
CG News: जांजगीर चांपा जिले में अवैध शराब की बिक्री थमने का नाम नहीं ले रही है। अवैध शराब तस्कर नदी, नाले, तालाब में महुआ पास को सड़ाते हैं और वहीं पर भट्ठी लगाकर महुआ शराब बनाते हैं। अब ऐसे लोगों की मॉनिटरिंग ड्रोन के माध्यम से करेंगे। ताकि अवैध शराब तस्कर पकड़े जाएं। ड्रोन में आनी वाली खर्च के लिए एसपी ने कलेक्टर के पास प्रस्ताव भेजने की बात कही है। इस सिस्टम से आने वाले दिनों में अवैध शराब की बिक्री में विराम लगेगा।
गौरतलब है कि प्रदेश में सबसे अधिक अवैध शराब की बिक्री जांजगीर-चांपा जिले में होती है। महुआ शराब बनाने का कारोबार खासकर एक विशेष समाज के लोग करते हैं। हालांकि इन्हें सरकार की ओर से कुछ छूट भी मिलती है लेकिन वे छूट का गलत फायदा उठाकर अवैध शराब बनाने का धंधा करते हैं। हर थाना क्षेत्र में ऐसे समाज के लोगों को अवैध शराब बिक्री करते पकड़े जाते है।
अवैध शराब के कारोबार में अक्सर महिलाएं ही पकड़ी जाती है। एक ओर पुरूषों को छापेमारी की भनक लग जाती है इसके चलते वे भाग जाते हैं। वहीं उनके स्थान पर महिलाएं पकड़ी जातीं हैं। जिसमें अवैध शराब के 70 फीसदी केस में महिलाएं ही पकड़ी गईं हैं।
अवैध शराब यानी महुआ शराब की अधिक बिक्री पर सरकार के राजस्व पर बड़ा असर पड़ता है। महुआ शराब के बिकने से न केवल सरकारी शराब की खपत कम होती है बल्कि मदिरा प्रेमियों के सेहत पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। हालांकि सरकार लगातार इस कारोबारी को रोकने लगातार मेहनत करती है। बावजूद तस्कर अपनी हरकतों से बाज नहीं आते।
जिले में एक साल में चार हजार से अधिक केस दर्ज किया जाता है। जिसमें आबकारी ने २ हजार तो पुलिस ने दो हजार से अधिक प्रकरण बनाए हैं। यह आंकड़ा समाज के लिए भयावह है। इसे रोकने पुलिस व आबकारी टीम ने बड़ी पहल की है। लेकिन देखना होता है कि यह पहल काम आती है कि नहीं।
जिले में अवैध शराब का कारोबार रोकने के लिए विशेष पहल करने की योजना है। हम ड्रोन के माध्यम से अवैध शराब के ठिकानों में छापेमारी करेंगे। ड्रोन की व्यवस्था के लिए कलेक्टर से चर्चा करेंगे। ताकि हमारी मुहिम कामयाब हो सके। - विजय कुमार पांडेय, एसपी
Updated on:
07 Jul 2025 01:10 pm
Published on:
07 Jul 2025 12:40 pm
बड़ी खबरें
View Allजांजगीर चंपा
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
