CG News: बिना नोटिस के मजदूरों को नौकरी से निकाला जा सकता है। कारखाने में 40 से कम मजदूर होने पर न्यूनतम वेतन, ईपीएफ व अन्य श्रम कानून लागू नहीं होंगे।
CG News: आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गोपाल साहू ने केंद्र के 4 लेबर कोड के विरोध में देश के समस्त ट्रेड यूनियनों की हड़ताल का समर्थन किया है। उन्होंने केंद्र सरकार की भाजपा सरकार से चार लेबर कोड रदद् करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान मजदूरों के 44 श्रम कानूनों में से 29 प्रभावशाली कानूनों को खत्म कर चार नए लेबर कोड (श्रम संहिता) बनाए गए।
इन 4 नए कोड लागू होने पर मजदूरों ने अपने संघर्षों और बलिदानों से जो श्रम कानून हासिल किए थे, भाजपा सरकार ने उसे खत्म कर दिया। सरकार ने यूनियन बनाना, पंजीकरण करवाना लगभग असंभव कर दिया और अगर यूनियन बन भी गई तो सरकार उसे कभी भी खत्म कर सकती है।
धरना, प्रदर्शन और हड़ताल करने पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 111 के तहत जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। स्थाई रोजगार की जगह, बीजेपी सरकार निश्चित अवधि, प्रशिक्षु, आउटसोर्स, और हर काम का ठेकाकरण नया फरमान ले आई है।
CG News: स्थाई नौकरी ना होने पर मजदूर अपने अधिकार के लिए लामबंद नहीं हो सकेंगे और ग्रेच्युटी व अन्य लाभों से वंचित हो जाएंगे। बिना नोटिस के मजदूरों को नौकरी से निकाला जा सकता है। कारखाने में 40 से कम मजदूर होने पर न्यूनतम वेतन, ईपीएफ व अन्य श्रम कानून लागू नहीं होंगे।