CG News: रायपुर में सड़क हादसों से बचने और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए वाहन को 50 किमी की औसत रफ़्तार से चलाएं। इसके अधिक की स्पीड जानलेवा साबित हो सकती है।
CG News: छत्तीसगढ़ के रायपुर में सड़क हादसों से बचने और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए वाहन को 50 किमी की औसत रफ़्तार से चलाएं। इसके अधिक की स्पीड जानलेवा साबित हो सकती है। राज्य की स्थापना के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर नवा रायपुर में आयोजित राज्योत्सव में परिवहन विभाग के स्टॉल में इसकी जानकारी दी जा रही है ताकि लगातार बढ़ रहे हादसों को रोकने के साथ ही वाहन चालकों को जागरूक किया।
इसके लिए स्टॉल में बड़े एलईडी स्क्रीन के माध्यम से वाहन चलाने से पहले और वाहन चलाने के दौरान सुरक्षित व्यवहार पर आधारित वीडियो मॉड्यूल्स दिखाए जा रहे हैं। कुल 37 मिनट के 12 वीडियो मॉड्यूल्स के जरिए वाहन चालकों को व्यावहारिक जानकारी दी जा रही है। सभी मॉड्यूल्स सारथी परिवहन प्लेटफार्म पर भी उपलब्ध हैं।
स्टॉल में लगाए गए सियुलेटर के माध्यम से आगंतुकों को सुरक्षित वातावरण में वाहन चलाने का अभ्यास भी कराया जा रहा है। राज्य अंतरविभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा के अध्यक्ष एवं एआईजी ट्रैफिक डॉ. संजय शर्मा ने बताया कि स्टॉल में ऑनलाइन सेवा के तहत बस संगवारी ऐप, ड्राइविंग लाइसेंस एवं वाहन पंजीयन प्रमाणपत्र, हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट, परिवहन सुविधा केंद्र, इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड रिसर्च सेंटर, राहवीर योजना, शासकीय ट्रॉमा सेंटर और धनरहित उपचार योजना का ब्यौरा दिया जा रहा है।
एआईजी ट्रैफिक ने बताया कि सड़क हादसों से बचने के लिए दोपहिया वाहन अधिकतम 40 किमी प्रतिघंटा, कार 60 और ट्रक एवं अन्य हल्के चारपहिया वाहन मालवाहक को 50 किमी की रफ़्तार से चलाएं। नियंत्रित गति पर वाहन को चलाने से हादसा होने की संभावना कम रहती है। दोपहिया में हेलमेट और कार चलाते समय सीटबेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करना जरूरी है। इससे हादसा होने पर गंभीर रूप से घायल और मृत्यु होने की संभावना नहीं रहती है। इतनी स्पीड से चलाएं वाहन
एआईजी ट्रैफिक ने बताया कि सड़क हादसों से बचने के लिए दोपहिया वाहन अधिकतम 40 किमी प्रतिघंटा, कार 60 और ट्रक एवं अन्य हल्के चारपहिया वाहन मालवाहक को 50 किमी की रतार से चलाएं। नियंत्रित गति पर वाहन को चलाने से हादसा होने की संभावना कम रहती है। दोपहिया में हेलमेट और कार चलाते समय सीटबेल्ट का अनिवार्य रूप से उपयोग करना जरूरी है। इससे हादसा होने पर गंभीर रूप से घायल और मृत्यु होने की संभावना नहीं रहती है।