CGPSC Scam: प्रतियोगी परीक्षा… नाम सुनते ही शिक्षित युवाओं और उनके परिजनों में राज्य लोकसेवा आयोग, संघ लोकसेवा आयोग, व्यावसायिक परीक्षा मंडल, नीट आदि परीक्षाओं का नाम जुबान पर आ जाता है।
CGPSC Scam: प्रतियोगी परीक्षा… नाम सुनते ही शिक्षित युवाओं और उनके परिजनों में राज्य लोकसेवा आयोग, संघ लोकसेवा आयोग, व्यावसायिक परीक्षा मंडल, नीट आदि परीक्षाओं का नाम जुबान पर आ जाता है। परीक्षा की तैयारी में लाखों रुपए और कई साल लगाने के बाद सफलता मिलती है, लेकिन अचानक इसमें फर्जीवाड़े का खुलासा होने से उनकी मेहनत में पानी फिर जाता है। छत्तीसगढ़ के युवा पिछले 21 साल से इस तरह के फर्जीवाड़े का दंश झेल रहे हैं।
सीजीपीएससी, सीजीपीएमटी, शिक्षाकर्मी, व्यापमं आदि में कई तरह की गड़बड़ियां उजागर हुईं, जिससे प्रतिभाशाली युवाओं का हक मारा गया। आज भी इस तरह के फर्जीवाड़े में जांच, एफआईआर तक ही सरकार सिमटी है। कोई फुलफ्रूप सिस्टम नहीं बना पाई है। इसका ताजा उदाहरण वर्ष 2021-22 का पीएससी फर्जीवाड़ा है। नीट जैसा फर्जीवाड़ा प्रदेश में 13 साल पहले हो चुका है। इसके बाद भी यहां के प्रतियोगी परीक्षाओं में गड़बड़ी जारी है। रविवार को व्यापमं की ओर आयोजित हुए सीजीटेट के प्रश्नों को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं।
अपैक्स बैंक भर्ती: व्यापमं द्वारा अपेक्स बैंक के 407 पदों के लिए हुई भर्ती पर सवाल उठे। चयन के बाद भी नियुक्ति नहीं होने को लेकर बवाल हुआ।
एसआई भर्ती- वर्ष 2018 में शुरू हुई एसआई भर्ती विवादित रही
शिक्षक भर्ती: शिक्षकों के 14580 पदों पर भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा और बाद में चयनसूची को लेकर सवाल उठे
सीजीटेट: रविवार को हुए सीजीटेट के परीक्षा के कुछ सवालों को लेकर भी सवाल उठने लगे हैं।
प्रदेश में व्यापमं द्वारा आयोजित सीजीपीएमटी 2011 में घोटाला हुआ। इसमें प्री मेडिकल टेस्ट का परचा लीक हुआ। सुनियोजित ढंग से गिरोह ने परचा लीक किया और विद्यार्थियों को बेचकर करोड़ों रुपए कमाए। पुलिस ने बेदीराम वर्मा, दीनाराम वर्मा दो भाइयों सहित कुछ और लोगों को जेल भेजा। अब तक यह पता नहीं चल पाया कि पीएमटी का परचा उन तक पहुंचा कैसे? इसके पीछे व्यापमं के अधिकारी शामिल थे या पेपर सेट करने वाले? इसी तरह का घोटाला अब नीट में हुआ है। इसके बाद मुन्नाभाई वाला मामला भी सामने आया है।
यह छत्तीसगढ़ में 2018 से 2022 के बीच हुए परीक्षा घोटालों का डेटा चार्ट है। इसमें प्रवेश परीक्षा घोटाले, नियुक्ति परीक्षा घोटाले और अन्य परीक्षा घोटालों की संख्या को दर्शाया गया है। चार्ट के अनुसार, सभी प्रकार के परीक्षा घोटालों में वृद्धि देखने को मिली है, विशेष रूप से 2022 में।