CM Nagarotthan Yojana: छत्तीसगढ़ सरकार ने शहरों के आइकॉनिक विकास के लिए मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना शुरू की है। पहले चरण में योजना राज्य के सभी 14 नगर निगमों में लागू की गई है।
CM Nagarotthan Yojana: मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना से प्रदेश निकायों की सूरत और सीरत बदलेगी। प्रदेश के शहरों में आइकॉनिक विकास कार्यों के लिए राज्य शासन ने इस साल मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना शुरू की है। पहले चरण में इसे राज्य के सभी 14 नगर निगमों में लागू किया गया है।
इसके तहत शहरों में मजबूत अधोसंरचना के विकास के बड़े काम मंजूर किए जा रहे हैं। योजना के अंतर्गत अब तक 13 नगर निगमों में 26 कार्यों के लिए 429 करोड़ 45 लाख रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। अब छोटे निकायों में भी नगरोत्थान योजना लागू करने का प्लान बनाया जा रहा है। इसके तहत विभिन्न विकास कार्य कराए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार जीवंत शहरों के निर्माण और इज ऑफ लीविंग के लिए मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना प्रारंभ की गई है। चरणबद्ध रूप से इसे सभी नगरीय निकायों में लागू किया जाएगा। योजना के माध्यम से शहरों में बढ़ती आबादी के मद्देनजर सुगम यातायात के लिए मुख्य सड़कों के निर्माण, चौड़ीकरण, बाइपास सडक़, फ्लाईओवर, सर्विस-लेन, अंडरपास तथा अन्य बुनियादी ढांचों का विकास किया जाएगा।
राज्य के शहरों को सुंदर, आधुनिक, व्यवस्थित और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए रिवर-फ्रंट डेवलपमेंट और भव्य उद्यानों का भी निर्माण योजना के तहत किए जाएंगे। योजना में ऐसे आइकॉनिक कार्य व परियोजनाएं ली जाएंगी जो शहर के विकास का उदाहरण बन सके।
मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना में जलप्रदाय योजना के कार्य, सीवरेज नेटवर्क निर्माण कार्य, एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के कार्य, मुख्य सडक़ों में रोटरी चौक निर्माण पुनर्व्यवस्था कार्य, स्पोट्स कॉम्पलेक्स निर्माण, हाइटेक बस स्टैण्ड निर्माण, ऑडिटोरियम निर्माण, भव्य उद्यान विकास एवं रिवर-फ्रंट डेवलपमेंट कार्य तथा पर्यटन स्थलों के विकास के कार्य भी किए जाएंगे। इनके साथ ही शहर की जरूरत के अनुसार अन्य विशिष्ट कार्य भी किए जाएंगे।
CM Nagarotthan Yojana: मुख्यमंत्री नगरोत्थान योजना के कार्यों की मॉनीटरिंग और निगरानी कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति द्वारा की जाएगी। समिति प्रगतिरत कार्यों की नियमित समीक्षा कर समय-सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करेगी। संबंधित नगर निगम के आयुक्त समिति के सदस्य-सह-सचिव होंगे। वहीं जिले में लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन अभियंता समिति के अन्य सदस्य होंगे।