CG Land Scam: मालिक के दस्तावेजों में यहीं हेर-फेर की थी। 30 करोड़ की जमीन का सौदा 3 करोड़ में करने के लिए गरियाबंद के मरोदा में रहने वाली 50 साल की चेतना ठाकुर को मंजूलता अग्रवाल का किरदार निभाने के लिए चुना गया था।
CG Land Scam: चंदनीडीह में करोड़ों की जमीन को कौड़ियों के भाव में बेचने के मामले में पुलिस ने मंगलवार रात शहर में सदर बाजार के एक प्रिंटर्स में छापा मारा। पड़ताल में पता चला कि जालसाजों ने मूल मालिक के दस्तावेजों में यहीं हेर-फेर की थी। 30 करोड़ की जमीन का सौदा 3 करोड़ में करने के लिए गरियाबंद के मरोदा में रहने वाली 50 साल की चेतना ठाकुर को मंजूलता अग्रवाल का किरदार निभाने के लिए चुना गया था। पुलिस ने मामले में कुल 9 गिरफ्तारियां की हैं।
दरअसल, बिलासपुर में रहने वाले गणेश बोले ने रायपुर के आमानाका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि जमीन बेचने के नाम पर कुछ लोगों ने उनसे ठगी की गई है। सरकारी कागज और जमीन की मालकिन को देखकर उन्हें भी सौदे पर भरोसा हो गया। ऐसे में बयाने के रूप में उन्होंने 10 लाख दे दिए। जमीन बिक्री की ईश्तहार छपा, तो जमीन का असल मालिक ने आपत्ति की। इसके बाद उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई। रायपुर एसएसपी संतोष सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के लिए आमानाका थाने को टीम बनाने के निर्देश दिए।
इसी सिलसिले में मंगलवार रात पुलिस ने नवापारा में सदर बाजार के हर्षिता प्रिंटर्स में छापा मारा। करीब 2 घंटे चली छानबीन के बाद साफ हो गया कि जमीन के फर्जी कागजाज यहीं से बनाए गए। इसके बाद पुलिस प्रिंटर्स के संचालक राकेश कंसारी को पूछताछ के लिए अपने साथ थाने ले गई। पूछताछ में पता चला कि इस काम में पूरा रैकेट लगा था। गरियाबंद के पाथरमोहंदा में रहने वाले हरिशंकर सिन्हा (36) इनमें अहम था।
हरिशंकर सिन्हा और अमन वर्मा उर्फ युगल किशोर देवांगन ने जमीन से जुड़े नकली दस्तावेज तैयार करवाए। इसके लिए गरियाबंद की चेतना ठाकुर को मंजू देवी बनाकर पेश किया गया। दस्तावेज, आधार, पैन आदि में चेतना को ही मंजू बताया। स्टांप व अन्य दस्तावेज नवापारा के अमित ने प्रिटिंग प्रेस के राकेश से छपवाए। फिर हरिशंकर के दोस्त रूपेश धनकर उर्फ राजा सिंह और प्रकाश यादव उस जमीन को बेचने ग्राहक ढूंढा।