Online Fraud: त्योहारी सीजन में ऑनलाइन ऑफर के झांसे में फंसने से साइबर ठगी का खतरा बढ़ जाता है। फर्जी वेबसाइट और सोशल मीडिया मैसेज से बचें और ऑनलाइन खरीदारी में सतर्क रहें।
Online Fraud: त्योहारी सीजन आते ही ऑफलाइन और ऑनलाइन खरीदारी बढ़ जाती है। इसे लेकर साइबर ठग भी सक्रिय हो जाते हैं। सोशल मीडिया से लेकर फर्जी वेबसाइट बनाते हैं। उनमें खरीदी करने पर भारी ऑफर देते हैं। इसे देख अधिकांश लोग ऑनलाइन खरीदारी करते हैं और साइबर ठगी के शिकार हो जाते हैं।
हर साल 50 से अधिक मामले ऑनलाइन खरीदारी करते हुए ठगी के आते हैं। साइबर ठग बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों के नाम से उनके ही जैसा वेबपेज बनाते हैं। उसमें खरीदारी करने पर भारी छूट का झांसा देते हैं। इसके अलावा सोशल मीडिया में भी ऑफर वाले मैसेज भेजते हैं। इसके झांसे में आकर लोग ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं।
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत सरकार द्वारा हेल्पलाइन नंबर 1930 शुरू किया गया है। यह राष्ट्रीय साइबर अपराध हेल्पलाइन नंबर है। इसका उपयोग ऑनलाइन फाइनेंशियल फ्रॉड के मामलों की तत्काल रिपोर्ट करने के लिए किया जाता है। इसमें कॉल करने से ठगी गई रकम वापस दिलाने और साइबर अपराधियों पर कार्रवाई करने में मदद मिलती है।
सिटी एएसपी लखन पटले का कहना है कि ऑनलाइन खरीदारी करते समय सावधानी बरतनी चाहिए। अनजान लिंक ओपन नहीं करना चाहिए। साथ ही ई-कॉमर्स कंपनियों के ऑफर और छूट वाली स्कीमों की पड़ताल करने के बाद ही ऑनलाइन शॉपिंग करना चाहिए।
Online Fraud: पिछले दिनों छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश जानकारी के मुताबिक जनवरी 2024 से जून 2025 के बीच हुई साइबर ठगी में राज्य के लोगों को 107 करोड़ से अधिक रुपए का नुकसान हुआ। इतने रुपए साइबर ठगों ने लोगों के बैंक खातों से उड़ाए। इसी तरह वर्ष 2023 से जून 2025 के बीच एनसीआरपी में कुल 67 हजार 389 ऑनलाइन फ्रॉड के मामले दर्ज हुए हैं। इनमें से महज 1820 पीडि़तों को रकम वापस हो पाई है।